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हरिद्वार: गंगा नदी में छलांग लगाने वाली 75 साल की दादी कौन हैं?

दादी ओमवती ने बताया, 'बचपन से ही तैराकी करने में माहिर हूं. एक समय ऐसा था कि मेरे दोनों पैर टूट गए और उसके बाद मेरी सर्जरी हुई थी, लेकिन इसके बाद मैं दोबारा से अपने पैरों पर खड़ी हो गईं.'

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गंगा नदी में छलांग लगातीं दादी
गंगा नदी में छलांग लगातीं दादी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली हैं दादी
  • हर बार गंगा में छलांग लगाकर करती हैं तैराकी

हरिद्वार में गंगा नदी में छलांग लगाने वाली दादी की पहचान हो गई है. दादी रातों-रात सोशल मीडिया पर स्टार बन चुकी हैं. दादी का नाम ओमवती है और वह हरियाणा जिले के सोनीपत गांव बंदेपुर की रहने वाली हैं. दादी की उम्र 75 साल है और वह बचपन से ही तैराकी करने में माहिर हैं.

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दादी ओमवती ने आजतक से बात करते हुए बताया, 'बचपन से ही तैराकी की माहिर हूं. एक समय ऐसा था कि मेरे दोनों पैर टूट गए थे और उसके बाद मेरी सर्जरी हुई थी, लेकिन इसके बाद मैं दोबारा से अपने पैरों पर खड़ी हो गईं.' दादी ओमवती अब पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. दादी जब भी हरिद्वार जाती है, तब ही गंगा में जंप करती हैं.

75 की उम्र में भी दादी ओमवती सुबह चार बजे उठती हैं और व्यायाम करती हैं. दादी ओमवती तैराकी के साथ ही डांस करने में भी बहुत एक्टिव हैं. ओमवती ने खुद बताया, मैं जब भी हरिद्वार जाती हूं तो इसी तरह छलांग लगाती हूं. मैं बचपन से ही तैराकी करने में माहिर हूं, बचपन से ही नदी और तालाबों में तैरती थी.

दादी ओमवती ने बताया कि एक समय उनके साथ हादसा हो गया था और उनके दोनों पैर टूट गए थे, लेकिन परिवार की मेहनत से आज वह बिल्कुल ठीक हैं. उनकी सेहत पर खानपान का ही असर है कि वह इस उम्र में भी इस तरह एक्टिव रहती हैं. ओमवती की पोती रेनू ने बताया कि वह अपनी दादी को देखकर बहुत कुछ सीख रही हैं.

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रेनू ने कहा कि उनकी दादी तैरने में बहुत ज्यादा माहिर हैं. चक्की चलाने से लेकर पशुओं का चारा काटना और पशुओं का कार्य भी उनकी दादी करती हैं. हालांकि उन्हें अब कम सुनाई देता है, लेकिन वह आज भी अपने शरीर से पूरी तरह स्वस्थ हैं और गंगा नदी में जब भी नहाने जाती हैं, वह इसी तरह छलांग लगाती हैं.

 

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