इस खबर से अब हर कोई वाकिफ है कि भारत के कुछ युवा रूस में फंसे हुए हैं. इसमें से एक युवा हरियाणा के करनाल के सांभली गांव का रहने वाला है. कल तक वह रूस और यूक्रेन के बॉर्डर पर रूस की तरफ आर्मी में तैनात था, मगर, जब मीडिया में खबरें चली और एंबेसी से संपर्क हुआ, तो उसके बाद वहां की सेना उन्हें फ्रंट लाइन से हटाकर कैंप में भेज दिया है.
घर वालों से वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क नहीं हो पा रहा है. बस चैट और कॉलिंग के माध्यम से संपर्क कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ आज परिवार के लोग जिला सचिवालय में सांसद संजय भाटिया से मुलाकात करने के लिए पहुंचे. उन्होंने उनके सामने अपनी बात रखी और वहीं सांसद संजय भाटिया ने भी एप्लीकेशन लेकर पीएमओ और एंबेसी से बात करने का आश्वासन दिया.
सांसद ने हर्ष के परिजनों को आश्वासन दिया कि बेटे को वापिस सकुशल लाने का प्रयास किया जाएगा. वहीं, परिवार वालों ने बताया कि जब से मीडिया और एंबेसी के संपर्क में है, तब से एक उम्मीद जगी है. वहां से रिस्पॉन्स मिल रहा है. अब हर्ष से बात हुई, तो ये बताया गया कि उसे फ्रंट लाइन से वापस कैंप में भेज दिया गया है.
उसके बाकी साथी भी कैंप में आ गए हैं. पहले रूस की आर्मी की तरफ से भारत के युवा यूक्रेन और रूस के बॉर्डर पर तैनात थे. वहां जान जाने का खतरा था. ऐसे में अब कोशिश बस ये है कि जल्द से जल्द उनका बेटा घर वापस आ जाए. देखना यह होगा कि सरकार, प्रशासन और भारतीय दूतावास इस काम को कितनी जल्दी करा सकेंगे.