scorecardresearch
 

हरियाणा: हुड्डा के बाद बिश्नोई भी फंसे, कांग्रेस के लिए चुनाव से पहले लगातार झटके

हरियाणा में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर शिकंजा कसने के बाद कुलदीप बिश्नोई की मुश्किलें बढ़ गई हैं, जिससे पार्टी की चिंताएं बढ़ गई हैं.

Advertisement
X
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुलदीप बिश्नोई
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुलदीप बिश्नोई

Advertisement

हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटका लग रहा है. प्रदेश में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर शिकंजा कसने के बाद कुलदीप बिश्नोई की मुश्किलें बढ़ गई हैं, जिससे पार्टी की भी चिंताएं बढ़ गई हैं.

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (एजेएल) को पंचकूला में भूमि आवंटन करने के मामले में पहला आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मोती लाल वोरा का नाम भी शामिल है. इसके अलावा मानेसर जमीन अधिग्रहण मामलों को लेकर हुड्डा पहले से ही जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं. वहीं, आयकर विभाग ने कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई पर बेनामी संपत्ति रोधी कानून के तहत कार्रवाई तेज कर दी है.

Advertisement

हरियाणा विधानसभा चुनाव सितंबर में होने हैं. इस तरह हरियाणा में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के बड़े नेताओं पर शिकंजा कसता दिख रहा है. इससे कांग्रेस की मुश्किलें कम होने के बजाय और भी बढ़ गई हैं. कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुलदीप बिश्नोई पर हो रही कार्रवाइयों को राजन‍ीति से प्रेरित बताया है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे पार्टी नेताओं के खिलाफ द्वेष की कार्रवाई करार दिया है.

दूसरी ओर, हरियाणा के मंत्री और बीजेपी नेता अनिल विज ने हुड्डा और कुलदीप पर निशाना साधते हुए कहा कि करनी का फल तो भुगतना ही पड़ेगा. विज ने कहा कि जो कुछ भी उन्होंने किया है यह सब उसका नतीजा है. जैसी करनी वैसी भरनी. यह लोकतंत्र है और यहां ऐसा नहीं है कि तुम कुछ भी कर दो और कोई तुम्हें पूछेगा नहीं.

हरियाणा में कांग्रेस पहले से गुटबाजी का शिकार थी और धारा 370 के हटने के बाद पार्टी बैकफुट कर खड़ी नजर आ रही थी. ऐसे में हरियाणा में कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं को खिलाफ ईडी और इनकम टैक्स ने कार्रवाई करके पार्टी की परेशानी को और भी बढ़ा दिया है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुलदीप बिश्नोई हरियाणा में कांग्रेस का चेहरा माने जाते हैं.

Advertisement

भूपेंद्र सिंह हुड्डा जाट समुदाय के सबसे बड़े नेता हैं. हाल ही में उन्होंने महापरिवर्तन रैली करके सत्ताधारी बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को अपनी राजनीतिक ताकत दिखाई थी. कुलदीप बिश्नोई पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे हैं. हरियाणा की सियासत में बिश्नोई परिवार का बड़ा दखल है और वह गैर जाट समुदाय में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं.

हरियाणा में जाट समुदाय की आबादी करीब 30 फीसदी है. बीजेपी ने गैर जाट मतदाताओं को साथ-साथ जाटों को भी अपने खेमे में लाने की कवायद शुरू की है. इसीलिए बीजेपी ने सह प्रभारी जाट समुदाय के भूपेंद्र सिंह को बनाया है. लोकसभा चुनाव में सभी 10 सीटें गवांने के बाद कांग्रेस के दो दिग्गज नेता विधानसभा चुनाव से पहले जांच एजेंसियों के निशाने पर आने से पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं.

Advertisement
Advertisement