हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक घर में हुए ब्लास्ट की पुलिस बारीकी से तफ्तीश कर रही है. इस मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस की जांच में ये सामने आया है कि धमाके में चार लोगों की मौत दुर्घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या थी. मामले में बड़ा खुलासा करते हुए डीसीपी मयंक मिश्रा ने बताया कि परिवार का मुखिया हरिपाल ही इस जघन्य वारदात के पीछे था, उसी ने परिवार के चार लोगों की जान ली.
पुलिस पूछताछ में हरिपाल ने स्वीकार किया कि उसने ही अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या की. मौके से मिली उसकी 12 पेज की डायरी में उसने अपनी परेशानियों और हत्या की पूरी योजना का जिक्र किया था.
प्रॉपर्टी विवाद और मानसिक तनाव बना वजह
हरिपाल ने अपनी बहन और जीजा पर प्रॉपर्टी हड़पने का आरोप लगाया था. पुलिस के अनुसार, वह मानसिक रूप से परेशान था और इसी वजह से उसने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने का प्लान बनाया था.
आत्महत्या करने से पहले डर गया था आरोपी
डीसीपी मयंक मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हरिपाल ने पहले अपनी पत्नी और बच्चों को नशे की गोलियां खिलाकर मौत के घाट उतार दिया, लेकिन खुद आत्महत्या करने से डर गया. वह ट्रांसपोर्ट का काम करता था, लेकिन व्यापार में नुकसान और कर्ज के बढ़ने से वह बुरी तरह टूट चुका था.
कैसे हुआ ब्लास्ट?
पुलिस के अनुसार यह धमाका शनिवार शाम करीब 6:30 बजे हुआ, जिसके बाद मकान में आग लग गई. फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया और 4 शव बरामद किए. मरने वालों में दो बच्चे (लगभग 10 साल की उम्र के), एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं.