हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने संत रामपाल से अपील की है कि वे शांतिपू्र्ण तरीके से कोर्ट में पेश हो जाएं. साथ ही उनके अनुयायियों से दरख्वास्त की है कि वो कोर्ट के निर्देशों के पालन में सहयोग करें. उन्होंने कहा, 'हर किसी को न्याय प्रणाली की मर्यादा बरकरार रखनी है.'
रामपाल की गिरफ्तारी को लेकर हिसार में तनाव बढ़ता जा रहा है. इसी को देखते हुए सीआरपीएफ के 1400 जवान हरियाणा भेजे गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि अर्धसैनिक इकाइयां कानून व्यवस्था बनाए रखने में राज्य पुलिस की मदद करेंगी और राज्य में तैनाती के स्थल को लेकर फैसला राज्य पुलिस करेगी. सोमवार को रामपाल की कोर्ट में पेशी होनी है. शनिवार को बरवाला में मौजूद सतलोक आश्रम परिसर से रामपाल को जबरन गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की तैयारी पूरी थी. लेकिन आश्रम के बाहर डेरा डाले लाखों समर्थकों के विरोध के बाद एक बार फिर प्रशासन को हथियार डालने पड़े.
5 नवंबर को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने संत रामपाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया. 10 नंवबर को संत रामपाल को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन संत के समर्थकों ने रामपाल को अस्वस्थ बताकर, गिरफ्तारी का आदेश मानने से ही इनकार कर दिया और संत रामपाल कोर्ट में पेश नहीं हुए. अब कोर्ट ने बाबा के लिए 17 नवंबर की सुबह 10 बजे का अल्टीमेटम दिया है. नए वारंट के साथ, कोर्ट ने पंजाब-हरियाणा सरकार और प्रशासन को भी बाबा के लिए फटकार लगाई थी.
संत रामपाल पर तीन लोगों की हत्या और हिंसा भड़काने का आरोप है.