भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई घोषित किए जाने के बाद कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है. वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐलान किया है कि सरकार विनेश फोगाट का स्वागत और अभिनंदन एक मेडलिस्ट की तरह ही किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ओलंपिक में रजत पदक विजेता को जो सम्मान, इनाम और सुविधाएं देती है, वो सभी विनेश फोगाट को भी कृतज्ञतापूर्वक दी जाएंगी. सीएम सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए कहा, "हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने जबरदस्त प्रदर्शन करके ओलंपिक में फाइनल में प्रवेश किया था. किन्हीं भी कारणों से वो भले ही ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हों, लेकिन हम सबके लिए वो एक चैंपियन है."
इससे पहले विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान करते हुए कहा था, "मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी."
विनेश ने सिल्वर मेडल के लिए की है मांग
बता दें कि महिलाओं की 50 किलोग्राम स्पर्धा में फाइनल से पहले विनेश फोगाट को ज्यादा वजन होने की वजह से ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ एब्रीट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की थी. पहले उन्होंने फाइनल मैच खेलने के लिए कहा था, लेकिन बाद में जो लेटर लिखा गया उसमें उन्होंने इस इवेंट के लिए सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की है.
हरियाणा सरकार गोल्ड जीतने पर देती है छह करोड़
हरियाणा सरकार ने पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को छह करोड़ रुपये, सिल्वर जीतने वाले को चार करोड़ रुपये और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को ढाई करोड़ रुपये की इनाम राशि देने की घोषणा की थी. इसके अलावा राज्य सरकार ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को भी 15 लाख रुपये की राशि दी जाएगी. इसके साथ ही मेडल के हिसाब से ग्रुप A, ग्रुप B या ग्रुप C की सरकारी नौकरी भी दी जाएगी.