हरियाणा सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले आईएएस अफसर अशोक खेमका के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. गौरतलब है कि खेमका कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के विवादित जमीन संबंधी सौदों पर सवाल उठाने के बाद चर्चा में आए थे.
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंन्दर सिंह हुड्डा ने एक आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत के बाद खेमका के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. आरटीआई कार्यकर्ता ने खेमका पर गोदामों के लिए गालवॉल्यूम सीट खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
आरटीआई कार्यकर्ता का आरोप है कि अशोक खेमका ने हरियाणा वेयरहाउस कॉर्पोरेशन के एमडी रहते हुए निजी कंपनियों को मनमाने ढंग से काम सौंपा था.
गौरतबल है कि खेमका ने 15 अक्टूबर 2012 को रॉबर्ट वाड्रा की स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी और डीएलएफ यूनिवर्सल के बीच हुई डील को रद्द कर दिया था. हरियाणा कैडर के इस अधिकारी ने प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा और रियल एस्टेट क्षेत्र की जानी-मानी कंपनी डीएलएफ के बीच जमीन करार के दाखिल-खारिज को रद्द कर दिया था.
खेमका अपने अब तक के करियर में 40 से ज्यादा तबादले झेल चुके हैं. उन पर इससे पहले भी अनबिके बीजों के भंडार के मामले में भी आरोप लगाया गया था, जो गलत पाया गया.