गोमांस और गौ हत्या पर बैन लगाने के बाद हरियाणा की खट्टर सरकार अब राज्य में गायों को 'आधार' नंबर जारी करने की तैयारी में है. यूआईडीएआई की तर्ज पर अब प्रदेश में गाय की देसी नस्ल को 'विशेष पहचान टैग' लगाया जाएगा. बताया जाता है कि इस टैग में आधार नंबर की तर्ज पर ही यूनिक नंबर होंगे जो हर गाय के लिए उनकी पहचान का काम करेंगे. इस टैग के जरिए सरकार गायों को मेडिकल स्कीम जैसी सुविधाओं से जोड़ना चाहती है.
अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, हर टैग में 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होगा और इस आईडी कार्ड को गाय के गले में टांगा जाएगा. गाय के मालिक को इसके साथ एक बुकलेट भी दिया जाएगा, जिसमें उन्हें गाय के बारे में हर दिन आंकड़ें भरने होंगे.
हरियाणा पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव महावीर सिंह बताते हैं, 'इस योजना का मकसद गायों को उनकी पहचान देना है. उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य पर नजर रखना और सुविधा मुहैया करवाना है. इन विशेष टैग में गाय की तस्वीर, नस्ल, रंग और शारीरिक बनावट के साथ ही उम्र की जानकारी होगी. इसे नेशनल डेयरी प्रोग्राम के तहत जारी किया जाएगा.'
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस परियोजना को अगले महीने से राज्य के कुछ ब्लॉकों में ट्रायल के लिए चलाया जाएगा. सिंह कहते हैं, 'गाय के मालिकों को एक प्रश्नावली भी भरनी होगी. अगर किसी किसान के पास दो गाय हैं तो उन्हें दोनों गाय के बारे में प्रश्नावली भरनी होगी.' सरकार का कहना है कि इससे गायों में किसी खतरनाक बीमारी फैलने की स्थिति से भी निपटने में मदद मिलेगी.