हरियाणा के जाटों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर 28 सितंबर को प्रदर्शन का आह्वान किया है. जाट आरक्षण संघर्ष समति ने आरक्षण की लड़ाई में शामिल होने के लिए राष्ट्रव्यापी भर्ती आंदोलन छेड़ दिया है जिसमें जाट युवाओं की भर्ती की जा रही है.
नियुक्तियां 20 अगस्त को अंबाला से शुरू की गई. जहां 50 जाट युवाओं को जाट नेताओं ने लठ और काला कपड़ा थमाया. इतना ही नहीं जाट समुदाय ने युवाओं को जाट युवा सेना से जोड़ने के लिए व्हॉट्सएप ग्रुप के अलावा अब फेसबुक पेज भी लॉन्च कर दिया है. उनसे इस सेना में शामिल होने के लिए एक मिस्ड कॉल देने को कहा जा रहा है.
दिल्ली में जाटों के प्रदर्शन को लेकर फैसला 30 अगस्त को करनाल में स्टेट लेवल की बैठक में लिया जाएगा. इसके बाद 12 सितंबर को दिल्ली में राष्ट्र स्तर की बैठक आयोजित की जाएगी. जिसका नेतृत्व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह करेंगे.
जेएएसएस के हरियाणा इकाई के अध्यक्ष धरमपाल का कहना है कि जाट कार्यकर्ता 28 सितंबर को सभी 14 रेलवे ट्रैक भी जाम करेंगे.
हरियाणा का जाट समुदाय पिछले 6 वर्षों से आरक्षण के लिए लड़ाई लड़ रहा है. इस समुदाय से राज्य के 30 प्रितशत मतदाता भी आते हैं. हरियाणा के 25 प्रतिशत जाट हिंदू हैं, 4 प्रतिशत सिख और 1 प्रतिशत मुसलमान.
हालांकि हरियाणा में जाटों को 10 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है. लेकिन जाटों की मांग है कि केन्द्र में भी उन्हें आरक्षण दिया जाए.