हरियाणा सरकार के मंत्रियों पर होने वाले खर्च को लेकर हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. सूचना का अधिकार (RTI) के तहत मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा के मंत्रियों की गाड़ियां सड़कों पर बेतहाशा दौड़ रही हैं. मंत्री चाहे चंडीगढ़ में हो या फिर अपने विधानसभा क्षेत्र में उनकी गाड़ियों का औसतन इस्तेमाल हैरान करने वाला है. सड़क पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी ज्यादा उनके मंत्रियों की कारें दौड़ रही हैं.
RTI आवेदन से मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा पिछले 14 महीनों में शिक्षा मंत्री की कार 3.40 लाख किलोमीटर दौड़ी तो मुख्यमंत्री की सिर्फ 1.10 लाख किलोमीटर चली. इस तरह शिक्षा मंत्री की कार रोजाना 709 किलोमीटर चल रही है. यानि मंत्री जी रोजाना 10 से 12 घंटे कार में सफर करते हैं.
मंत्री जी इस हिसाब से रोजाना औसतन 709 किलोमीटर का सफर तय करते हैं और उनकी कार में रोजाना करीब 2000 रुपए का डीजल इस्तेमाल होता है. इस हिसाब से महीने में करीब 60 हजार से ज्यादा का सरकारी डीजल शिक्षा मंत्री की एक कार में ही खप जाता है. जबकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की गाड़ी औसतन 215 किलोमीटर रोजाना ही चलती है.
आरटीआई आवेदन से मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी 2017 से लेकर अप्रैल 2018 तक की रिपोर्ट में मंत्रियों की गाड़ियां रोजाना औसतन 500 किलोमीटर तक चल रही हैं. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंत्री रोजाना 10 से लेकर 15 घंटे तक सफर करते हैं. एक RTI के जवाब में मंत्री कार अनुभाग ने ये जबाव दिया है जिसमें मंत्री प्रदेश के मुखिया से भी ज्यादा गाड़ी दौड़ा रहे हैं.
मुख्यमंत्री की पांच गाड़ियां जहां औसतन महीने में 6450 किलोमीटर तक चलती हैं. वहीं शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा की दो गाड़ियां रोजाना 500 किलोमीटर चलती हैं. शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा के पास दो गाड़ियां हैं और इन दोनों गाड़ियों ने जनवरी 2017 से लेकर अप्रैल 2018 तक 340328 किलोमीटर का सफर तय किया है.
कुछ ऐसे ही खुलासे हरियाणा सरकार के अन्य मंत्रियों को लेकर भी हुए हैं. जिसमें उनकी गाड़ियां मुख्यमंत्री की गाड़ियों से भी ज्यादा चल रही हैं और औसतन हर मंत्री की गाड़ी 400 से 500 किलोमीटर तक रोजाना चल रही है.
गाड़ियों के बेवजह इस्तेमाल पर पूछे गए सवाल को लेकर हरियाणा के मंत्रियों ने टाल-मटोल वाला जवाब दिया. शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा जिनकी गाड़ी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हो रहा है, उन्होंने कहा कि उनका विधानसभा क्षेत्र चंडीगढ़ से बहुत दूर है और इसी वजह से वहां आने-जाने में उनकी सरकारी कारें ज्यादा चलती हैं. हालांकि मंत्री जी का ये जवाब किसी के गले नहीं उतर रहा. क्योंकि हफ्ते में 3 से 4 दिन तो वो चंडीगढ़ में ही रहते हैं. ऐसे में उनकी सरकारी गाड़ी रोजाना औसतन 700 किलोमीटर से भी ज्यादा क्यों और कैसे चल रही है. इसका मंत्री जी ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया.
हर मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखने वाले हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी मंत्रियों की सरकारी गाड़ियों के बेवजह इस्तेमाल को लेकर पूछे गए सवाल पर अटपटा सा जवाब दिया. उन्होंने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मंत्री की सरकारी गाड़ी कितनी चल रही है, इसका हिसाब-किताब गाड़ी का ड्राइवर रखता है ना कि मंत्री.
विपक्षी कांग्रेस ने हरियाणा की BJP सरकार के मंत्रियों के द्वारा गाड़ियों के बेतहाशा इस्तेमाल पर मंत्रियों पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. विपक्ष का कहना है कि विकास के नाम पर हरियाणा में बस ड्रामा हो रहा है. खट्टर सरकार में किस तरह से सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया जा रहा है वो मंत्रियों की कारों के बेवजह इस्तेमाल से ही साफ हो जाता है.