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हरियाणा में मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों से सुबह साढ़े चार बजे गूंजेगी आवाज... 'छात्र उठ जाएं और पढ़ाई करें'

हरियाणा में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार ने नई पहल शुरू की है. इसके लिए अब सरकार मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों का सहारा लेने जा रही है. हरियाणा के शहरों और गांवों में मंदिर, मस्जिद व गुरुद्वारे से साढ़े चार बजे आवाज लगाकर छात्रों को जगाया जाएगा और पढ़ने के लिए कहा जाएगा.

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लाउडस्पीकर से छात्रों को जगाया जाएगा. (Representational image)
लाउडस्पीकर से छात्रों को जगाया जाएगा. (Representational image)

हरियाणा में अब शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए मंदिर-मस्जिद और गुरुद्वारों का सहारा लिया जाएगा. धर्मस्थलों पर लगे लाउडस्पीकर से हर सुबह छात्रों को जगाने के लिए आवाज दी जाएगी, जिससे छात्र सुबह उठकर पढ़ाई करें. सरकार का मानना है कि सुबह के समय बच्चे उठकर पढ़ाई करेंगे, तो उन्हें पढ़ा हुआ विषय लंबे समय तक याद रहेगा. 

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हरियाणा सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में बाकायदा लिखित में आदेश जारी किए हैं. इस आदेश के तहत ग्रामीण या शहरी इलाकों में जितने भी मंदिर-मस्जिद, गुरुद्वारे हैं, उनसे सुबह साढ़े 4 बजे ये आवाज लगाई जाएगी कि बच्चे उठ जाएं और पढ़ाई करें.

इस आवाज को सुनकर माता-पिता को बच्चों को पढ़ने के लिए बैठाना होगा. ये महज खानापूर्ति नहीं होगी, बल्कि अभिभावकों के साथ अध्यापक भी इस पहल में शामिल होंगे.

पंचायत सदस्यों को भी मुहिम में किया जाएगा शामिल

मतलब ये है कि अध्यापक अपनी क्लास के बच्चों का वॉट्सएप ग्रुप बनाएंगे और सुबह साढ़े 4 बजे उठकर बच्चों के वॉट्सएप ग्रुप पर ये भी चेक करेंगे कि कौन कौन बच्चा ऑनलाइन है. हरियाणा में बोर्ड क्लासों का शिक्षा स्तर सुधारने के लिए सरकार ये पहल कर रही है.

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इस पहल में अध्यापक अभिभावक और पंचायतों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इस बाबत हरियाणा सरकार नव चयनित पंचायत के सदस्यों से भी आह्वान करेगी कि वो गांव में पढ़ाई का माहौल बनाएं.

बच्चों के नंबरों के हिसाब से बनाए जाएंगे वॉट्सग्रुप

स्कूल के मुख्य अध्यापक कक्षा के प्रभारी से लेकर स्कूल के पूरे स्टाफ को महीने में एक बार पेरेंट्स मीटिंग की तर्ज पर स्कूल में मुलाकात करनी होगी. बच्चों के अंकों के हिसाब से ग्रुप बनाए जाएंगे, यानी कि जिन बच्चों के 50 प्रतिशत से कम अंक हैं, वे अलग ग्रुप में होंगे और जिनके 50 प्रतिशत से अधिक अंक हैं, वे दूसरे ग्रुप में होंगे.

हरियाणा सरकार का तर्क ये भी है कि सुबह-सुबह मस्तिष्क बिल्कुल साफ होता है और माहौल शांत होता है. इस समय अगर बच्चा पढ़ाई करेगा तो वह उसे लंबे समय तक याद रहेगा. हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर कहते हैं कि प्राचीन काल में भी सुबह के समय ही उठकर पठन-पाठन होता था.

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