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हरियाणा: महिलाओं की अनूठी पहल, अबतक बना चुकीं हैं परिंदों के लिए पांच हजार आशियाने

हरियाणा की दो महिलाओं ने अलख जगाने और दूसरों को प्रेरणा देने की एक अनूठी पहल की है. पूनम व पारुल दहिया ने पक्षियों के लिए विशेष तौर से मुहिम शुरु की है. इन्होंने  5000 पक्षियों के लिए पेड़ों पर घोंसले तैयार किए हैं.

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 पूनम और पारुल दहिया.
पूनम और पारुल दहिया.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • घायल पक्षियों का कराती हैं इलाज
  • पक्षियों के घोंसले में रखती हैं खाने पीने की व्यवस्था
  • ग्रुप से जुड़ी हैं 80 महिलाएं

हरियाणा की दो महिलाओं ने अलख जगाने और दूसरों को प्रेरणा देने की एक अनूठी पहल की है. पूनम व पारुल दहिया ने पक्षियों के लिए विशेष तौर से मुहिम शुरु की है. इन्होंने  5000 पक्षियों के लिए पेड़ों पर घोंसले तैयार किए हैं. जिसमें पक्षी रहते हैं.ये महिलाएं सोशल मीडिया और Whatsapp ग्रुप के माध्यम से  80 महिलाओं का ग्रुप बनाया है जो पक्षियों और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए काम कर रही है.

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इन्होंने पक्षियों के लिए होटल यानि लकड़ी के घोंसले बनाए और इनकों पेड़ों पर लगाने का काम किया है. ये लोग पक्षियों के लिए पानी से लेकर दाने का इंतजाम करती है. घायल पक्षियों का यह खुद ही इलाज भी कराती हैं. इनके ग्रुप के साथ हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उतरप्रदेश, बिहार, चंडीगड, गुरुग्राम, दिल्ली, राजस्थान सहित अन्य राज्यों की महिलाएं भी महिला समूह के तौर पर पक्षियों के विकास के लिए काम कर रही हैं.  

हिसार के सेक्टर-13 की रहने वाली सामाजिक कार्यकत्री पूनम और नेहरू युवा केंद्र की राष्ट्रीय युवा स्वयं सेविका पारुल दहिया ने मुहिम की शुरुआत दो साल पहले की थी.

पूनम रोहिल और पारुल दहिया ने गर्मी के मौसम में प्यासे और भूख से मरने वाले पक्षियों को बचाने की मुहिम चलाई हुई है. इस मुहिम का नाम 'पक्षियों के होटल' मिशन रखा है. दोनों पिछले दो साल से पांच हजार पक्षियों के लिए छोटा होटल यानि लकड़ी से बना घर तैयार कराकर विभिन्न स्थानों पर लगा चुके हैं. जिनमें दाने से लेकर पानी तक की व्यवस्था है. अब इस काम में कुल 80 महिलाएं जुड़ गई हैं. ये लोग अपने खर्च पर घायल पक्षियों का उपचार करते हैं.

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नहेरु युवा केंद्र की स्वयं सेविका पारुल दहिया, काफी सालों से समाज सेवा के क्षेत्र में काम  कर रही है. वे योगा टीचर और योगा के क्षेत्र में नि:शुल्क सेवा प्रदान करती हैं. उनके पति आशीष दहिया, दिल्ली पुलिस कमांडो के तौर पर तैनात हैं. वे समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी पत्नी की काफी मदद करते है.

पारुल दहिया ने बताया कि करीब दो साल पूर्व उन्होंने सोशल मीडिया पर गुरूग्राम में तैनात हरियाणा पुलिस के जवान शमसेर सिंह द्वारा चलाई गई मुहिम पक्षियों का होटल के बारे में काम करते देखा था और वे शमसेर सिंह के इस अभियान से अधिक प्रेरित हुई थी. उन्होंने भी गर्मी के मौसम में भूख और प्यास से मरने वाले परिंदों को बचाने की ठान ली.

उन्होंने सोशल मीडिया पर व्हाट्सअप, फेसबुक पर भी नारी शक्ति के नाम से ग्रुप बनाया जिसमें हिसार और आसपास क्षेत्र की महिलाओं को जोड़ा फिर देश भर में महिलाए जुड़ गईं. ग्रुप की महिलाएं के पास जब भी वक्त होता है वे पक्षियों के लिए होटल बनाने के लिए चल पड़ती हैं. 

पारुल ने बताया कि दो साल में पांच हजार से अधिक पक्षियों के लिए पेड़ व विभिन्न गलियों और घरों के आसपास होटल बनाए गए हैं. पारुल दहिया समाज सेवा के क्षेत्र में साल 2019 में हरियाणा के मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व सांसद अरविंद शर्मा सम्मानित कर चुके हैं. पारुल को सोनीपत में आयोजित महिला दिवस पर भी सम्मानित किया जा चुका है.

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हिसार के सेक्टर 13 की रहने वाली समाज सेविका पूनम जेबीटी व बीएड पास हैं. उनके पति आर्मी में नौकरी करते है. पूनम ने बताया अब उनके ग्रुप में लगातार महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है. पूनम ने बताया कि वह बचपन से गायों की सेवा करने, पक्षियों को पानी देने का काम कर रही हैं. 

पारुल दहिया और पूनम का कहना है कि अन्य लोगों को भी पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करने के लिए आगे आना चाहिए. साथ ही अन्य को भी प्रेरित करना चाहिए. इस मुहिम में विमल नैन, सीमा वर्मा, बबीता यादव, मधु बाला, स्विटी, पूनम नेगी, सोनिया देविका सिवाच सहित अन्य महिलाएं जुड़ी हुई हैं.

 

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