हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने खाप पंचायत की जमकर तारीफ की है. खट्टर ने आजतक से खास बातचीत में कहा है कि खाप पंचायत गलत नहीं होती. वहां ज्यादा बुद्धिमान लोग बैठे हुए हैं. खाप के पक्ष में खट्टर ने अजीब दलील दी.
उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले में तो बीस साल लग जाते हैं लेकिन खाप तुरंत फैसला सुना देता है. लेकिन वो भूल गए कि खाप का फैसला कितना खतरनाक और कई बार अमानवीय होता है.
आज तक के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, 'खाप के फैसलों से कोर्ट का काम ही आसान होता है. कोर्ट से बाहर अगर फैसले हो जाते हैं, इसमें हर्ज क्या. इसे तो कोर्ट ने भी मान्यता दी है. कई बार कोर्ट में मामले 20-30 साल तक चलते रहते हैं. कोर्ट भी इस तरह के निपटारे का समर्थन करता है. बहुत समझदार, बुद्धिमान और अनुभवी लोग खाप पंचायत का हिस्सा होते हैं. ऐसा नहीं है कि चार लड़के खड़े हो गए और पंचायत बना ली. यह हजारों साल पुरानी व्यवस्था है. समाज के अनुभवी लोग बैठते हैं, विचार करते हैं और अपना फैसला सुनाते हैं.'
यह पहला मौका नहीं है जब खाप पंचायत को लेकर मनोहर लाल खट्टर ने ऐसे विचार रखे हैं. हरियाणा के चुनाव नतीजे आने से पहले दिए गए एक इंटरव्यू में खट्टर ने कहा था कि कुछ हद तक ये फैसले सही हैं, क्योंकि ये भारतीय संस्कृति का पालन करते हैं. खट्टर ने कहा था, 'खाप इस परंपरा का पालन करती हैं कि लड़का-लड़की बहन-भाई हैं. वे बस यही सुनिश्चित कर रहे हैं कि लड़का-लड़की एक दूसरे को गलत निगाह से न देखें. उनके फैसले रेप रोकने में भी मदद करते हैं.'