क्या किसी राज्य का मुख्य सचिव किसी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को धमकी भरा मैसेज भेज सकता है. मैसेज भी ऐसा जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा. लेकिन हरियाणा में ऐसा हुआ है.
मुख्य सचिव पर दूसरे विभाग के सचिव को धमकी भरे मैसेज भेजने के आरोप हैं. विवाद बढ़ा तो हरियाणा के जनसंपर्क विभाग ने मुख्य सचिव का वो एसएमएस जारी किया है. जिसमें उन्होंने खेद जताया है.
हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस और प्रशासनिक सुधार विभाग के सचिव प्रदीप कासनी को सोमवार सुबह मोबाइल पर कई धमकी भरे और आपत्तिजनक भाषा वाले एमएसएस मिले. हरियाणा के सीनियर आईएएस अधिकारी को मिले एक एसएमएस की भाषा कुछ ऐसी थी.
'गुड नाइट! अपने नए-नए मशहूर होने का जश्न मनाओ. लेकिन अगर अपनी मां का दूध पीया है तो मेरे सारे मैसेज प्रेस को दिखा देना.'
धमकी मिली तो प्रदीप कासनी ने मीडिया को सारे मैसेज दिखा दिए. गौरतलब है कि प्रदीप कासनी को ये सारे मैसेज सूबे के सबसे वरिष्ठ अधिकारी और हरियाणा के मुख्य सचिव एसएसी चौधरी ने भेजे हैं.
आखिर मुख्य सचिव ने दूसरे सीनियर आईएएस को धमकी भरा एसएमएस क्यों भेजा. मामला राइट टू सर्विस कमीशन और आरटीईआई कमीशन को लेकर है. हरियाणा की हुड्डा सरकार ने दोनों कमीशनों में जल्दबाजी में कुछ नियुक्तियां की, जिस पर प्रदीप कासनी ने आपत्ति जाहिर की. जिसके बाद मुख्य सचिव बिफर गए और प्रदीप कासनी को धमकी भरे एसएमएस भेज दिए. मामले ने जब तूल पकड़ा तो मुख्य सचिव ने सफाई दी, कहा दोस्ती में ऐसे मैसेज चलते हैं.
हालांकि प्रदीप कासनी भी मानते हैं कि मुख्य सचिव के साथ उनके रिश्ते बेहतर रहे हैं और वो अच्छे इंसान हैं. लेकिन शायद मुख्यमंत्री के दबाव में धमकी भरे और आपत्तिजनक एसएमएस भेज रहे हैं.