हरियाणा के गुरुग्राम में अभी खुले में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद थमा नहीं था कि हिंदू संगठनों ने चर्च में घुसने की कोशिश कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया. दरअसल, हिंदू संगठनों का आरोप है कि चर्च द्वारा गरीब लोगों को लोभ लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए रोहतक प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया गया. पुलिस और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं में भिड़त भी हुई.
मामला रोहतक शहर की इंद्रा कालोनी में स्थित एक चर्च का है. यहां गुरुवार को चर्च में हो रही प्रार्थना सभा को रुकवाने के लिए कुछ हिंदू संगठन के कार्यकर्ता पहुंचे. हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए रोहतक प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया गया. हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के चर्च में घुसने को लेकर पुलिस से झड़प भी हुई.
पुलिस ने बड़ी मुश्किल से स्थिति पर काबू पाया. हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओ ने आरोप लगाया कि यहां पर गरीब लोगों को लालच देकर उनका धर्मांतरण करवाया जा रहा है. हरियाणा में भी यूपी की तर्ज पर धर्मातंरण कानून बनाया जाए.
वहीं चर्च की तरफ से धर्मातंरण करवाने के आरोप को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि यहां पर किसी जोर जबरदस्ती या लोभ से कोई धर्म नहीं बदलवाया जाता. लोग अपनी मर्जी से यहां पर प्रार्थना करने आते है. यह चर्च 5-6 साल से चल रही है. इससे पहले तो ऐसा हुआ नहीं है. प्रशासन ने हिंदू संगठनों के विरोध के चलते चर्च में चल रही धर्म सभा को रुकवा दिया.
जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि हमे धर्मातंरण को लेकर सूचना मिली थी. मगर जांच करने के बाद ऐसा कुछ नहीं मिला. धर्मांतरण जैसा कुछ नहीं हो रहा था. ऐतिहात के तौर पर पुलिस को तैनात किया गया था, ताकि किसी प्रकार का तनाव न हो.
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया, यहां पर ईसाई मशीनरी द्वारा लोगो के कई सालों से धर्म परिवर्तन करवाने का काम करवाया जा रहा. यह गरीब लोगों लालच लोभ देकर उनका धर्म परिवर्तन करवाते हैं. हम किसी धर्म का विरोध नहीं करते मगर जो हिंदू दूसरे धर्म में जा रहे हैं, उनकी घर वापसी करवाने के लिए आये थे. जैसे 1857 की क्रांति हुई थी आज रोहतक से ऐसी घर वापसी की क्रांति की शुरुआत की है. जब हमारे लोग उन्हें रोकने के लिए अंदर जा रहे थे तो पुलिस ने बल का प्रयोग किया.
(इनपुट- सुरेंदर सिंह)