हरियाणा की एक यूनिवर्सिटी के कैंपस में छात्रा से ब्लैकमेल के बाद रेप का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. इस सिलसिल में लॉ के 3 स्टूडेंट गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
पीड़िता और गिरफ्तार किए गए तीनों स्टूडेंट सोनीपत के ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं. मामला इस तरह है. लड़की छात्र से करीब 2 साल पहले चिल्ड्रेंस डे पर मिली. तब लड़की 18 साल की थी, जो कि मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही है. लड़के की उम्र 20 साल थी, जो अभी लॉ का स्टूडेंट है.
दोनों के बीच धीरे-धीरे दोस्ती बढ़ी. दोनों एक-दूसरे को लगातार मैसेज भेजते रहे. दोनों हॉस्टल में नहीं मिल सकते थे, इसलिए बाहर मिलने लगे. यहीं से बात बिगड़ने लगी.
एमबीए की इस छात्रा का आरोप है कि यूनिवर्सिटी के कुछ सीनियर स्टूडेंट उसकी फोटो लेने के बाद उसे ब्लैकमेल कर रहे थे. सीनियर स्टूडेंट्स ने उसे फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए मजबूर किया.
आरोप के मुताबिक, तीन सीनियर छात्रों ने कैंपस के भीतर और बाहर बार-बार उससे बलात्कार किया. बाद में वे उसकी फोटो सार्वजनिक करने की धमकी देने लगे.
अब मामला कोर्ट में पहुंच चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने एमबीए की छात्रा से कथित बलात्कार की जांच सीबीआई को सौंपने के लिए दायर याचिका पर 25 मई को हरियाणा सरकार से जवाब मांगा था. सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि यह गंभीर मामला है. इस मामले की जांच राज्य पुलिस से अपने हाथ में लेने के बारे में कोर्ट की नोटिस का जवाब देने से पहले उसे याचिका पर गौर करना होगा.
सीबीआई का मानना है कि इस मामले पर गंभीरता से विचार की जरूरत है. अदालत ने कहा कि यह ऐसा मामला है, जिसमें आरोपी वकील बनने वाले हैं.
सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह ने दलील दी थी कि पुलिस लैपटॉप और मोबाइल फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक सबूत नष्ट कर रही है. इन्हीं माध्यमों से आरोपियों ने दूसरे छात्रों के साथ तस्वीरें शेयर की थीं