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न होगी तेरहवीं और न ही शादी में बजेगा DJ, हरियाणा की इस पंचायत का फरमान

हरियाणा के हिसार जिले की एक पंचायत ने सामाजिक हित से जुड़ा एक फैसला लिया है. जिसके अनुसार अब गांव के लोग शादी में डीजे नहीं बजा सकेंगे. साथ ही किसी बुजुर्ग की मौत पर मृत्युभोज भी नहीं आयोजित कर सकेंगे.

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अब शादी में नहीं बजेगा डीजे
अब शादी में नहीं बजेगा डीजे

हरियाणा के हिसार जिले के उकलाना मंडी के हल्के के गांव खैरी ने सामाजिक हित से जुड़ा एक ऐसा फैसला लिया है. जिसके अनुसार अब गांव की शादी में डीजे नहीं बजाया जाएगा. साथ ही किसी बुजुर्ग की मृत्यु पर तेरहवीं संस्कार भी नहीं किया जाएगा. अगर पंचायत के फैसले के खिलाफ कोई कदम उठाएगा, तो उस पर जुर्माना भी लगाया जाएगा.

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11 हजार रुपये का लगेगा जुर्माना

गांव में लोग शादी समारोह में 3-4 दिन पहले से ही डीजे बजाने लग जाते हैं. जिससे दूसरे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए पंचायत ने फैसला किया है कि अब किसी के भी घर शादी में डीजे नहीं बजेगा. इसके अलावा पंचायत ने मृत्यु भोज पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. 

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इसको लेकर उकलाना क्षेत्र के गांव खैरी में पूर्व पंच माटा राम की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. जिसमें सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया. वहीं, फैसले का उल्लंघन करने वालों पर 11 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा.  

सभा के अध्यक्ष पूर्व पंच माटा राम व नरेंद्र खैरी ने बताया कि ऊंची और तेज आवाज में डीजे बजाने के कारण पशुओं को भी कई बार दिक्कत हो जाती है. डीजे पर शराब पीकर युवा पीढ़ी नाचती है. जिससे विवाद भी हो जाता है. इससे भाईचारा भी खराब होता है. इसलिए आज से ही गांव खैरी में सभी ग्रामीणों ने डीजे पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है.

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सभा के अध्यक्ष पूर्व पंच माटा राम व नरेंद्र खैरी ने बताया कि गांव में किसी बुजुर्ग की मृत्यु होने पर ग्रामीणों द्वारा मृत्यु भोज दिया जाता है. जिसका अब प्रचलन ज्यादा हो गया है. परिवार शोक में होता है और उसके बावजूद सामाजिक मजबूरी के चलते मृत्यु भोज करता है. कई बार तो हालात ये होते हैं कि जिस परिवार में बुजुर्ग की मौत होती है उसकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होती है लेकिन सामाजिकता के नाते उसे मजबूरन कर्ज उठाकर भी मृत्यु भोज देना पड़ता है.

ग्रामीणों ने नशे पर भी जताई चिंता

ऐसे में इस पर विचार विमर्श करने के बाद ग्रामीणों द्वारा आज से ही गांव खैरी में मृत्यु भोज देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया. वहीं, पंचायत में नशे के बढ़ते प्रचलन को देखते हुए भी ग्रामीणों ने चिंता जताई. इस दौरान नारकोटिक्स विभाग की ओर से जारी किया का नंबर भी सभी ग्रामीणों को बताया गया है. इस नंबर के जरिए ग्रामीण नशे को लेकर नारकोटिक्स विभाग को सूचना भी दे सकते हैं. 

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