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'12 बच्चे हों, अपनी क्रिकेट टीम बनाऊं लेकिन बाबू, अच्छा लवर नहीं बन सका' युवक ने दे दी जान

हिसार के आदमपुर के गांव चूलीबाडियाान के रहने वाले हर्ष नाम के एक युवक ने होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक युवक हर्ष ने आत्महत्या करने से पहले 11 पेज का सुसाइड नोट लिखा- अपनी जीवन का सफर यहीं तक था... मेरा सपना था कि अपने 12 बच्चे हो और एक क्रिकेट टीम बनाऊं, जो कि आज अधूरा रह गया...

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मृतक हर्ष
मृतक हर्ष

हिसार के आदमपुर के गांव चूलीबाडियाान के रहने वाले एक युवक ने होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. शव का पोस्टमार्टम हिसार के सामान्य अस्पताल में करवा दिया गया है. पुलिस ने मृतक के पास से 11 पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है. मृतक युवक एक तरफा प्यार के कारण मानसिक तौर से परेशान था.

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हिसार बस अड्डा पुलिस के चौकी के जांच अधिकारियों के अनुसार, चूलीबागडिया निवासी हर्ष एमआर काम करता था, वह सोमवार को शहर में आया, उसने दोपहर बाद अड़्डे के सामने एक कमरा बुक करवाया, उसके बाद वह कमरे में अंदर चला गया. पुलिस जांच में सामने आया कि हर्ष ने रात को खाने का ऑडर नहीं किया था.

कर्मचारियों ने मंगलवार की सुबह दस बजे उसके कमरे में रखे लैंडलाइन फोन पर कॉल की, मगर उसने कॉल नहीं उठाया. कर्मचारी सुबह चेक आउट के दौरान कमरे पर गए तो अंदर से दरवाजा बंद था. आवाज लगाने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला, तब होटल स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी. फिर पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़ा गया.

हर्ष ने कमरे के अंदर फंदा लगा रखा था. मृतक के पास 11 पेज का सुसाइट नोट मिला है. पुलिस घटना की जांच कर रही है. परिजनो के अनुसार, हर्ष सोमवार को रोज की तरह घर से यहां आया था, हमने दोपहर को हर्ष बात करनी चाही तो फोन बंद था, वह रात को घर नहीं आया. पुलिस ने उन्हें सुबह बताया कि हर्ष ने फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली है.

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सुसाइड नोट में युवक ने क्या लिखा?

मृतक युवक हर्ष ने आत्महत्या करने से पहले 11 पेज का सुसाइड नोट लिखा- अपनी जीवन का सफर यहीं तक था... मेरा सपना था कि अपने 12 बच्चे हो और एक क्रिकेट टीम बनाऊं, जो कि आज अधूरा रह गया... कोई ना बाबू किस्मत की बात होती है, अगले जन्म में सपना पूरा होगा... बाबू तेरे साथ बिताए पल सबसे बढ़िया थे और अब जान दे रहा हूं और तू कोई सुदर सा लड़का देखकर शादी कर लेना.

हर्ष ने लिखा- भाई तेरे सिर पर सभी जिम्मेवारी सौंप कर जा रहा हूं और बाकी मैं अपना सपना पूरा नहीं कर सका... क्रिकेट टीम बनानी थी... मैं मेरे भाई के जैसा नहीं बन सका... सॉरी भाई ये कदम उठा रहा हूं... मैं बहुत डिप्रेशन में हूं, जिस कारण मैं अच्छा भाई-बेटा और लवर नही बन पाया.... आई लव यू मम्मी-पापा. सॉरी दोस्तों सबको छोड़ कर जा रहा हूं... तुम से प्यार करने का सपना पूरा नहीं कर सका...

 

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