आज तक ने आपको बताया था हरियाणा के कैथल की रिशू मित्तल के बारे में. स्टेट लेवल बॉक्सिंग चैंपियन होने के बावजूद रिशू गुजारा करने के लिए दूसरों के घरों में झाड़ू-पोंछा लगाने को मजबूर है. आज तक पर खबर दिखाने के बाद मदद के कई हाथ रिशू की तरफ बढ़े हैं. बॉक्सिंग स्टेट चैंपियन पोंछा करने को मजबूर
रिशू ने इसके लिए आज तक का धन्यवाद दिया. रिशू ने कहा, 'कल सारा दिन आजतक ने मेरा टीवी पर लाइव दिखाया जिसकी वजह से मुझे आज मदद मिली है और सरकार ने भी आगे आ कर पहल की है. मुझे सरकार की तरफ से आश्वासन मिला है कि मेरी मदद की जाएगी. राजयमंत्री कृष्ण बेदी ने भी मुझे कहा कि तुम्हे जो चाहिए हम वो देंगे इसीलिए मैं आजतक का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मेरी न्यूज को चलाया.' इसके अलावा हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने भी 1 लाख रुपये की मदद का वादा किया है.
गौरतलब है कि हरियाणा के कैथल की रहने वाली रिशू दसवीं कक्षा में पढ़ती है. बेहद गरीब घर से ताल्लुक रखने वाली रिशु अपना गुजारा करने के लिए मकान मालिक के घर झाड़ू-पोंछा करती है . 10वीं में पढ़ने वाली 16 साल की रिशू ने स्टेट लेवल बॉक्सिंग चैंपियनशिप का खिताब जीता है.
रिशू के कोच राजेंद्र सिंह बताते हैं, 'एक बॉक्सर के लिए अच्छी डाइट सबसे जरूरी होती है. बेहद कमजोर घर से आने वाली रिशू बमुश्किल अपना भोजन जुटा पाती है, ऐसे में अतिरिक्त पोषण वाले आहार की तो बात ही छोड़ दीजिए. लेकिन वह बेहद मेहनती लड़की है. अगर उसे प्रोत्साहन दिया जाए तो वह देश का नाम रौशन कर सकती है.'
रिशू सुबह पांच बजे स्टेडियम जाकर बॉक्सिंग का अभ्यास करती है. इसके बाद वह घर आकर खाना बनाती है फिर स्कूल जाती है. स्कूल से लौटकर मकान मालिक के घर का काम करती है और फिर स्टेडियम जाकर अभ्यास करती है. ऐसी मुश्किल हालत में जी-तोड़ मेहनत करने वाली रिशू अपने जज्बे को कब तक बरकरार रख पाएगी यह तो नहीं कहा जा सकता. उसके कोच राजेंद्र सिंह का कहना है अगर सरकार या कोई संस्था रिशू की मदद को आगे आए तो देश को एक और मैरीकॉम मिल सकती है.