इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला ने अपने दो पोतों- दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को पार्टी की से निकाल दिया है. चौटाला ने दोनों के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोपों पर संज्ञान लेते हुए प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड किया है. दुष्यंत हिसार से सांसद हैं और दिग्विजय युवा नेता हैं.
इनेलो प्रमुख ने दुष्यंत और दिग्विजय के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोपों से जुड़े मामले को पार्टी की अनुशासनात्मक समिति के पास भेज दिया है. हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी की गुरूग्राम में हुई कार्यकारिणी की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया.
उन्होंने कहा कि हिसार से लोकसभा सांसद दुष्यंत चौटाला और उनके छोटे भाई दिग्विजय सिंह के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोपों के मामले को पार्टी की अनुशासनात्मक समिति के पास भेजा गया है.
25 अक्टूबर तक रिपोर्ट देगी अनुशासनात्मक समिति'
इनेलो द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, 'अनुशासनात्मक समिति से 25 अक्टूबर तक अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है और तब तक ये दोनों पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित रहेंगे.'
इनेलो ने कहा कि दुष्यंत और दिग्विजय सात अक्टूबर को गोहाना में चौधरी देवी लाल के 105वें जयंती समारोह के इनेलो-बसपा की संयुक्त रैली दौरान उपद्रव मचाने और हरियाणा में आयोजित इस तरह की सबसे बड़ी रैली को बाधित करने के लिए बलों को उकसाने के भी आरोपी हैं.
बता दें कि यह बैठक ओम प्रकाश चौटाला की अध्यक्षता में हुई. चौटाला को शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 वर्ष जेल की सजा मिली हुई है और इस समय वह पैरोल पर है. बैठक में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी में अनुशासन के महत्व पर बल दिया और चेतावनी दी कि अनुशासन का उल्लंघन करते हुए पाए गये किसी भी व्यक्ति के साथ सख्ती से निपटा जाएगा.