आईएनएलडी सांसद दुष्यंत चौटाला पटियाला हाउस कोर्ट में आपराधिक मानहानि के मामले में बुधवार को पेश हुए और उन्होंने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया. अपने बयान में एक बार फिर सांसद चौटाला ने यह दोहराया कि प्रकाश सिंह कमेटी में उनका नाम उनको बदनाम करने के लिए डाला गया.
दरअसल इस मानहानि के मामले में शिकायतकर्ता खुद दुष्यंत चौटाला ही हैं. इंडियन नेशनल लोकदल के हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला ने जाट हिंसा मामले की जांच के लिए बनाई गई प्रकाश सिंह कमेटी पर आपराधिक मानहानि का मुकदमा किया हुआ है.
मानहानि के इस मुक़दमे में सांसद ने प्रकाश सिंह के अलावा डीजीपी क्राइम केपी सिंह और अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन को भी आरोपी बनाया है. जाट आंदोलन के दौरान जो हिंसा हुई थी, उसकी जांच और पुलिस कर्मियों की भूमिका के लिए सरकार ने प्रकाश सिंह कमेटी का गठन किया था.
इस कमेटी ने सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी थी उसमें सांसद दुष्यंत चौटाला के एक बयान का जिक्र किया गया, जिसको भड़काऊ बयान के तौर पर रिपोर्ट में पेश किया गया.
कमेटी की इसी रिपोर्ट के ख़िलाफ़ दुष्यंत चौटाला ने कोर्ट में मानहानि का मुकदमा ठोका है. हालांकि रिपोर्ट के आने पर सांसद दुष्यंत चौटाला ने जब इसको लेकर ऐतराज जताया था, तो उसके बाद इस रिपोर्ट से उनका नाम हटा दिया गया था.
गौरतलब है कि जाट आंदोलन के दौरान जो हिंसा हुई थी उसकी जांच और पुलिस कर्मियों की भूमिका के लिए सरकार ने प्रकाश सिंह कमेटी का गठन किया था और इस कमेटी ने सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी थी उसमें सांसद दुष्यंत चौटाला के एक बयान का जिक्र किया गया, जिसको भड़काऊ बयान के तौर पर रिपोर्ट में पेश किया गया.