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पंजाब-हरियाणा के किसान तीन दिनों से अपनी मांगों को लेकर बॉर्डर पर डटे हैं. सरकार से तीन दौर की बातचीत विफल हो गई है और किसान दिल्ली कूच करने की तैयारियों में है. इसको लेकर पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन का सख्त पेहरा है. इस बीच अब हरियाणा सरकार ने 7 जिलों में लगे इंटरनेट बैन को बढ़ा दिया है.
दरअसल, किसानों ने 13 फरवरी को जब दिल्ली चलो आंदोन की घोषणा की थी तो हरियाणा सरकार ने सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया था. सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकतर क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर, मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाएं सस्पेंड कर दी थीं. किसानों के आंदोलन को देखते हुए इस बैन को अब आगे बढ़ा दिया गया है.
अपने नए आदेश में हरियाणा सरकार ने कहा है कि किसान आंदोलन के आह्वान के मद्देनजर, तनाव, झुंझलाहट, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की आशंका है. अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में शांति भंग की संभावना है. ऐसे में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, एसएमएस सेवाओं और अन्य डोंगल सेवाओं पर लगे बैन को 17 फरवरी रात 11:59 तक बढ़ाया जाता है.
शम्भू बॉर्डर पर परमानेंट बैरिकेडिंग
हरियाणा-पंजाब के शम्भू बॉर्डर को स्थाई रूप से बंद कर दिया गया है. कारण, पिछली बार पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग को किसानों ने ट्रैक्टरों से नदी में फेंक दिया था. लिहाजा अबकी बार हाईवे पर बड़े-बड़े सीमेंट के बैरिकेड रखकर पूरे हाईवे पर सीमेंट की दीवार खड़ी कर दी गई हैं. इसके बाद इन बैरिकेडिंग को सीमेंट और कंक्रीट से ब्लॉक कर दिया गया है.