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14 साल पहले हुआ था किडनैप, अब लौटा तो 5 परिवारों ने ठोका अपना दावा

पानीपत से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. एक बच्चे का 14 साल पहले अपहरण कर लिया गया था. 14 साल बाद वह लौट आया है. अब पांच परिवारों ने उस पर अपना अधिकार जताया है.

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पीड़ित मोहन
पीड़ित मोहन
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 14 साल तक राजस्थान में बना रहा बंधुआ मजदूर
  • पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने कराया आजाद

हरियाणा के पानीपत में 14 साल पहले एक बच्चे को किडनैप कर लिया गया था. परिजनों ने उसे हर जगह ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिला. वो नाउम्मीद हो चुके थे. इस बीच एक चमत्कार सा हुआ और अब वह घर लौट आया है. उसकी उम्र अब 25 साल हो चुकी है.

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उस युवक की पूरी कहानी कुछ ऐसी है. हाल ही में एक युवक राजस्थान से ट्रेन से पानीपत पहुंचा था. ट्रेन से उतरने के बाद वह पानीपत रेलवे स्टेशन पर घूम रहा था. वहां मौजूद लोगों ने जब उसे देखा तो इसे समाजसेवियों के हवाले कर दिया. उसकी जेब से एक कागज का टुकड़ा मिला, जिसे देखकर हर कोई हैरान हो गया. कागज के टुकड़े पर लिखा हुआ था कि उसे अपहरण कर 14 साल पहले पानीपत से उठाया गया था. वह पानीपत के आसपास का रहने वाला है. उसे परिवार से जरूर मिलाएं.

युवक ने अपना नाम मोहन बताया है. उसने कहा कि 11 साल की उम्र में उसका अपहरण कर लिया गया था. उसे ट्रक में बिठाकर राजस्थान ले जाया गया. पिछले 14 साल से भैंसों की डेयरी में बंधुआ मजदूर की तरह काम कराया गया. वहां तरह-तरह की यातनाएं दी जाती थीं. उसके साथ मारपीट की जाती थी और दो दिन में एक बार उसे खाने को रोटी मिलती थी. एक दिन पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने उसकी मदद की और उसे ट्रेन टिकट दिलाकर राजस्थान से पानीपत के लिए रवाना कर दिया. साथ में एक चिट्ठी थमा दी.

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फिलहाल, युवक के बारे में अखबारों में पढ़कर पानीपत के कुटानी रोड का एक परिवार उस पर अपना दावा कर रहा है. बुजुर्ग महिला राजवती ने बताया कि 14 साल पहले घर के बाहर खेलते वक्त उसका बेटा गुम हो गया था. वह दावे के साथ कह सकती है कि ये उसा ही बेटा है.

हैरान करने वाली बात यह है कि ऐसे ही पांच परिवार इस युवक पर अपना बेटा होने का दावा कर रहे हैं. युवक को अपने पास रखने वाले सोशल वर्कर चमन गुलाटी ने कहा कि अखबार में युवक के बारे में देखकर कई परिवार इस पर अपना दावा कर रहे हैं. यह हमें स्टेशन पर मिला था. उसे काउंसलिंग के बाद ही असली परिवार को सौंपा जाएगा.

(रिपोर्ट- प्रदीप कुमार)

 

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