हरियाणा के पलवल जिले में 45 साल के एक व्यक्ति को कथित तौर पर कुछ लोगों ने पशु तस्कर होने के संदेह में बुरी तरह पीटा. इससे रविवार तड़के दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में उसकी मौत हो गई. मृत यूसुफ मुंडकटी के घुड़पुर गांव का रहने वाला था. पुलिस ने कहा कि उन्होंने युवक के परिवार की शिकायत के आधार पर मुंडकटी पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिन्होंने घातक हमले के पीछे 'गौरक्षकों' का हाथ होने का आरोप लगाया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक युवक पशुपालक था. वह दूध का कारोबार करता था और उसके घर पर लगभग 30 जानवर थे. शुक्रवार शाम को उसने नगला गांव से एक दुधारू जानवर और उसके बछड़े को खरीदा और उसे टेंपो में बैठाकर घर ले जा रहा था. पुलिस ने कहा, वह बाइक चला रहा था और जानवरों को ले जा रहा टेम्पो उसका पीछा कर रहा था.
जब वे मित्रोल गांव पहुंचे तो कुछ लोगों ने चालक पर पशु तस्करी का आरोप लगाते हुए किराए के टेंपो को रोक लिया. जब चालक ने तस्करी के आरोपों से इनकार किया तो लोगों ने मौके पर ही उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी. उन्होंने बताया कि यूसुफ गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
गांव के सरपंच ने कहा कि युवक का किसी के साथ कोई विवाद नहीं था और वह हमेशा अपने व्यवसाय में व्यस्त रहता था. पुलिस ने कहा कि परिवार ने एफआईआर दर्ज होने के बाद रविवार देर रात शव को दफना दिया. युवक अपने पीछे चार बच्चे छोड़ गया है और परिवार ने सरकार से मदद की मांग की है. उन्हें आर्थिक मदद की गई. कई प्रयासों के बावजूद पलवल के पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन से संपर्क नहीं हो सका.