हरियाणा के हिसार में बीते दिनों एक निर्माणाधीन चर्च को तोड़कर उस पर लाल पताका लहराया गया. स्थानीय लोगों द्वारा की गई इस तोड़फोड़ पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा में जवाब दिया. खट्टर ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि चर्च की इमारत कथित तौर पर एक अवैध कॉलोनी में बनाई गई थी और विवाद पादरी और वहां पर हमला करने वालों के बीच झगड़े का परिणाम था, जबकि विश्व हिंदू परिषद ने तोड़फोड़ का बचाव किया है. विहिप ने कहा कि मंदिर का निर्माण भारत में नहीं होगा तो क्या वेटिकन सिटी में किया जाएगा?
खट्टर ने विधानसभा में एक बयान में कहा कि चर्च के पादरी सुभाष चंद्र के बयान के आधार पर आरोपियों अनिल गोदरा, दलबीर सिंह, राज कुमार, कुलदीप, सतपाल, कृष्ण, सुरेश, दिनेश, जोगेंद्र, कुलवंत, सुधीर, बिजेंद्र, सत्यनारायण, छोटू राम और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि आरोपी उसके घर में घुस आए थे और उनके धार्मिक प्रतीक को क्षतिग्रस्त कर दिया था.
खट्टर ने सदन को बताया कि आरोपी व्यक्तियों ने यह काम इसलिए किया, क्योंकि चर्च के पादरी और उनके बीच बीते आठ फरवरी को तकरार हुई थी.
मोदी ने की निंदा, बचाव में विहिप
PM is deeply concerned about the incidents in Hisar, Haryana and Nadia, West Bengal.
— PMO India (@PMOIndia) March 17, 2015
चर्च में तोड़फोड़ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निंदा की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस बाबत एक ट्वीट भी किया है. जबकि विश्व हिंदू परिषद ने इस तोड़फोड़ का बचाव किया है. विहिप के संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन ने सोमवार का कहा कि क्या हनुमान मंदिर का निर्माण वेटिकन सिटी में किया जाएगा. जैन ने कहा, '1857 में आजादी के लिए लड़ी गई लड़ाई भी सांप्रदायिक लड़ाई थी. वह लड़ाई भी धर्म के लिए लड़ी गई थी. ऐसी ही लड़ाइयां फिर लड़ी जाएंगी अगर ईसाइयों ने जबरन धर्म परिवर्तन को नहीं रोका.'हिसार में तोड़फोड़ पर प्रतिक्रिया देते हुए जैन ने कहा, 'यह स्थानीय लोगों की सहज प्रतिक्रिया थी. जिस जगह चर्च में तोड़फोड़ हुई, वहां गांव में या चर्च के आसपास कोई ईसाई परिवार नहीं रहता. ऐसे में सवाल यह है कि ऐसी जगह का चर्च का निर्माण क्यों किया गया? क्या ईसाई समुदाय वेटिकन सिटी में मंदिर निर्माण की अनुमति देंगे? अगर वह हमें यह अनुमति देते हैं तो हम उन्हें भारत में कोई भी जगह चुनने का विकल्प देंगे और हम खुद वहां चर्च का निर्माण करवाएंगे.' जैन ने कहा कि चर्च का निर्माण धर्म परिवर्तन के लिए किया गया था. स्थानीय लोगों ने इसके खिलाफ आवाज भी उठाई थी.