हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला तो सबसे पहली चर्चा सीएम के नाम को लेकर शुरू हुई. वादे के मुताबिक किसी गैर जाट नेता को मुख्यमंत्री चुना जाना था. तमाम नाम सामने आ रहे थे, तभी बीच में कहीं से ध्रुव तारे की तरह मनोहर लाल खट्टर का नाम सामने आया, विधायक दल की मुहर लगी और फिर बीजेपी के इस गुमनाम तारे को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया.
खट्टर मोदी के करीबी बताए जाते हैं. कहा जाता है कि किसी समय मोदी ने खट्टर की मोटरसाइकिल पर बैठकर चुनाव प्रचार भी किया है, वहीं इन सब के बीच खट्टर के उन बयानों की चर्चा भी आम हो चली है, जो उन्होंने लड़कियों के संबंध में दी थी. बयानों के मुताबिक, मनोहर लाल खट्टर मानते हैं कि रेप के लिए लड़कियां खुद जिम्मेदार हैं. यानी शपथ ग्रहण से पहले ही खट्टर के नाम पर विवाद शुरू हो गया है. खासकर सोशल मीडिया पर खट्टर के रेप वाले बयान की जमकर आलोचना की जा रही है.
दरअसल, महीने की शुरुआत में ही शादी के पहले सेक्स पर अपना नजरिया रखते हुए खट्टर ने एक टीवी चैनल से कहा था कि शादी से पहले सेक्स एक दाग है. शादी के बाद ही सेक्स स्वीकार्य है और शादी से पहले सेक्स इसलिए होता है कि लड़कियों और लड़कों का दिमाग सही ट्रैक पर नहीं होता.
लड़कियों के पहनावे से परहेज
खट्टर ने अपने बयान में यह भी कहा था कि अगर कोई लड़की शालीन दिखने वाले कपड़े पहनती है तो कोई लड़का उसे गलत ढंग से नहीं देखेगा. यही नहीं, जब उनसे लड़कियों और लड़कों की आजादी के विकल्प के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अगर आप आजादी चाहते हैं तो फिर नंगे क्यों नहीं घूमते. स्वतंत्रता सीमित होनी चाहिए. छोटे-छोटे कपड़ों पर पश्चिम का प्रभाव है. हमारे देश की परंपरा में लड़कियों से शालीन कपड़े पहनने के लिए कहा गया है.'
खाप के फैसलों पर भी लगाई मुहर
हरियाणा के भावी सीएम ने खाप पंचायतों के फैसलों को भी कुछ हद तक सही ठहराया है. चुनाव नतीजे आने से पहले दिए गए एक इंटरव्यू में खट्टर ने कहा था कि कुछ हद तक ये फैसले सही हैं, क्योंकि ये भारतीय संस्कृति का पालन करते हैं. खट्टर ने कहा था, 'खाप इस परंपरा का पालन करती हैं कि लड़का-लड़की बहन-भाई हैं. वे बस यही सुनिश्चित कर रहे हैं कि लड़का-लड़की एक दूसरे को गलत निगाह से न देखें. उनके फैसले रेप रोकने में भी मदद करते हैं.'