हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद तिरंगा पार्क पर FSL की टीम मौके पर पहुंची तो उसे सर्च के दौरन देसी तंमचा और दो कारतूस मिले. पुलिस जांच कर रही है कि ये हथियार किसका है और इसे कौन लेकर आया था. पिछले दो दिनों से हरियाणा पुलिस की फॉरेंसिक टीम 31 जुलाई को हुई हिंसा की जांच कर रही है. टीम ने पहले मेटल डिटेक्टर से पार्क की तलाशी ली और फिर मेडिकल चौक (जहां से हिंसा शुरू हुई) की ओर जाने वाली सड़क की सीमाओं पर तलाशी के दौरान टीम को एक देशी पिस्तौल और दो गोलियां मिलीं. 31 जुलाई को जब पथराव की बात हो रही थी तो कई जगह गोलियां चलीं.
टीम ने कल मंदिर की तलाशी ली और आज टीम नूंह हिंसा के संबंध में किसी नमूने की जांच के लिए मंदिर के पीछे अरावली पहाड़ियों पर गई.
बता दें कि हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद प्रशासन हालात सामान्य करने की कोशिश में जुटा है. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहों को रोकने के लिए हिंसा के बाद से ही इंटरनेट बंद है. प्रशासन ने पहले 5 अगस्त तक जिले में इंटरनेट बंद करने का ऐलान किया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 8 अगस्त तक कर दिया गया है.
हरियाणा पुलिस नूंह हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. पुलिस ने शनिवार को हरियाणा से सटे राजस्थान के इलाकों में रेड डाली. इस दौरान मेवात इलाकों से आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
पहले से थी प्लानिंग
नूंह पुलिस के सीनियर अधिकारियों के मुताबिक, हरियाणा से सटे राजस्थान के इलाकों के लोग पूरी प्लानिंग के साथ नूंह जिले में दाखिल हुए थे. उन्होंने बताया कि इन लोगों ने सबसे पहले नूंह जिले के बड़कली इलाके में दंगा और आगजनी शुरू की थी. बड़कली से दो किलोमीटर आगे भदास इलाके में शक्ति सिंह की हत्या की गई थी.
अनमोल बाली की रिपोर्ट