हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद प्रशासन हालात सामान्य करने की कोशिश में जुटा है. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहों को रोकने के लिए हिंसा के बाद से ही इंटरनेट बंद है. प्रशासन ने पहले 5 अगस्त तक जिले में इंटरनेट बंद करने का ऐलान किया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 8 अगस्त तक कर दिया गया है.
हरियाणा पुलिस नूंह हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. पुलिस ने शनिवार को हरियाणा से सटे राजस्थान के इलाकों में रेड डाली. इस दौरान मेवात इलाकों से आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
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प्लानिं के साथ नूंह में घुसे लोग: पुलिस
नूंह पुलिस के सीनियर अधिकारियों के मुताबिक, हरियाणा से सटे राजस्थान के इलाकों के लोग पूरी प्लानिंग के साथ नूंह जिले में दाखिल हुए थे. उन्होंने बताया कि इन लोगों ने सबसे पहले नूंह जिले के बड़कली इलाके में दंगा और आगजनी शुरू की थी. बड़कली से दो किलोमीटर आगे भदास इलाके में शक्ति सिंह की हत्या की गई थी.
मंदिर के पास महिलाओं के कपड़े मिलने की अफवाह
सोशल मीडिया पर नूंह में मंदिर के पास महिलाओं के फटे हुए कपड़े मिलने की अफवाह है. पुलिस की ओर से बताया गया कि एक वायरल वीडियो हमें मिला है, जिसमें महिलाओं के संभावित बलात्कार के मामले और हिंसा की इन घटनाओं के बाद हिंदू महिलाओं के लापता होने की वीडियो वायरल हो रही है. नूंह पुलिस इसका खंडन करती है. नूंह जिले में शांति व्यवस्था पूर्ण रूप से कायम है.
नूंह हिंसा को लेकर 100 से ज्यादा केस
बता दें कि हरियाणा के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की ओर से निकाली जा रही बृजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया था. हिंसा के दौरान दो होमगार्ड और चार आम लोगों की मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया था कि इस मामले में 102 केस दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नूंह हिंसा की जांच के लिए एसटीएफ की 8 और एसआईटी की 3 टीमें बनाई गई हैं.