पानीपत जेल में कई आपराधिक मामलों में बंद ऋषि उर्फ प्रदीप गैंगस्टर की हार्ट अटैक से मौत हो गई. बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह उसके सीने में अचानक तेज दर्द उठा, जिसके बाद पुलिस ने उसे पहले सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया, वहीं, तबीयत में सुधार नहीं होने के चलते उसे रोहतक के पीजीआई भेज दिया गया. लेकिन जैसे ही वह हॉस्पिटल के गेट पर पहुंचा, वैसे ही उसकी मौत हो गई.
इंस्पेक्टर की हत्या से अपराध की दुनिया में रखा था कदम
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक बदमाश ऋषि चुलकाना ने गांव के ही दिनेश गैंग से आपराधिक जीवन की शुरुआत की थी. कुछ ही दिन में वह गैंग का शार्प शूटर बन गया था. उसने गांव के ही फूड एंड सप्लाई में इंस्पेक्टर रमेश की हत्या कर दी थी. इस मामले में उसे साढ़े पांच साल की सजा सुनाई गई थी.
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गैंगस्टर ऋषि चुलकाना ने इस मामले में हाईकोर्ट से पैरोल ली थी और बाहर आते ही सोनीपत में एक व्यक्ति की हत्या का प्रयास किया था. रिकॉर्ड के मुताबिक ऋषि चुलकाना दसवीं तक पढ़ा था. आरोपी ने बीच में यूपी में डेयरी भी चलाई, लेकिन उसे अपराध की ही दुनिया में नाम कमाना था. इसलिए वह फिर से अपराध की दुनिया में लौट आया था.
गैंगस्टर ऋषि उर्फ प्रदीप चुलकाना पर दर्ज थे 22 से ज्यादा मामले
पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर ऋषि उर्फ प्रदीप चुलकाना पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूटपाट, चोरी, डकैती समेत 22 मुकदमे दर्ज थे. अभी वह श्याम धाम में बाबा की हत्या के आरोप में जेल में था. शुक्रवार की सुबह सीने में दर्द के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. फिलहाल उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.