अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पानीपत पुलिस के हेड कांस्टेबल आशीष उर्फ सिंघम को पानीपत एसपी ने बर्खास्त कर दिया है. आशीष पर अनुशासनहीनता और विभाग की छवि खराब करने का आरोप है. इतना ही नहीं उन पर प्रशासन के प्रतिकूल माहौल बनाना, अपने सीनियर अधिकारियों से गलत बात करना और ड्यूटी न करने का भी आरोप है. आशीष की बर्खास्तगी की खबर मिलते ही उनके गांव इसराना के मांडी में लोगों का तांता लग गया. उनके चाहने वालों का कहना है कि ये बहुत गलत हुआ है.
दुख है कि इतनी बड़ी सजा मिली
अपनी बर्खास्तगी पर आशीष कुमार का कहना है कि उन्होंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की. उन्होंने तो भ्रष्ट कर्मचारियों के काले चिट्ठे उजागर किए थे. दुख है कि भ्रष्टाचार रोकने की उन्हें इतनी बड़ी सजा मिली है. जुबान को ताला लगाकर रखना है, ये तो अंग्रेजो ने कानून बनाया था. पानीपत पुलिस की मंशा साफ दिखाई दे रही है कि वो किसी की बात सुनना नहीं चाहती. सरकार से गुहार लगाएंगे कि मेरी बात सुनी जाए.
बर्खास्तगी पर चुटकी लेते हुए कहा
आशीष ने आगे कहा कि अब वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और लोगों की आवाज जरूर उठाएंगे. साथ ही आखरी दम तक कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. उधर, बर्खास्तगी पर चुटकी लेते हुए कहा कि आराम और खेतीबाड़ी करेंगे. अब जनता फैसला लेगी. संविधान ने सबको अधिकार दिए हैं. मामला सरकार के हाथ में है, एसपी ने मनमर्जी की है. अभी बहुत सारे खुले रास्ते हैं. मुझे गर्व है कि हजारों जगह सम्मानित किया गया है. लोगों ने बहुत प्यार दिया है.
एएसआई से मारपीट के बाद गए थे जेल
गौरतलब है कि आशीष एएसआई से मारपीट के आरोप में गिरफ्तार हुए थे. गिरफ्तारी के वक्त उन्हें लोगों का काफी समर्थन मिला था. उधर, 9 दिन बाद उन्हें जमानत मिली और उसके बाद उनके खिलाफ ये कार्रवाई हो गई.
(रिपोर्ट- प्रदीप कुमार)