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बिट्टू बजरंगी का शस्त्र लाइसेंस होगा निरस्त? पुलिस ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

पुलिस ने हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो पर ध्यान देने के बाद बिट्टू बजरंगी का शस्त्र लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें बिट्टू बजरंगी और अन्य आरोपियों को नंगला एन्क्लेव में एक व्यक्ति को लाठियों से पीटते हुए देखा गया था. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बजरंगी की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी पूरी घटना के दौरान मूक दर्शक बना रहता है.

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पुलिस ने गौरक्षक बिट्टू बजरंगी का शस्त्र लाइसेंस रद्द करने के लिए उसे कारण बताओ नोटिस भेजा है. (File Photo)
पुलिस ने गौरक्षक बिट्टू बजरंगी का शस्त्र लाइसेंस रद्द करने के लिए उसे कारण बताओ नोटिस भेजा है. (File Photo)

फरीदाबाद पुलिस प्रशासन ने हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के आरोपी गोरक्षक राजकुमार पांचाल उर्फ ​​बिट्टू बजरंगी को उसके हथियार का लाइसेंस रद्द करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है. पुलिस ने मंगलवार को कहा कि अधिकारियों ने हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो पर ध्यान देने के बाद उसका लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें बिट्टू बजरंगी और अन्य आरोपियों को नंगला एन्क्लेव में एक व्यक्ति को लाठियों से पीटते हुए देखा गया था. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बजरंगी की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी पूरी घटना के दौरान मूक दर्शक बना रहता है.

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पुलिस के मुताबिक, पर्वतीया कॉलोनी के रहने वाले बजरंगी को सुरक्षा कारणों से हथियार का लाइसेंस दिया गया था. पुलिस ने कहा कि इसके लिए आवेदन करते समय उसने एक हलफनामा देकर कहा था कि वह लाइसेंस से संबंधित नियमों और शर्तों का पालन करेगा. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने कहा, 'उसे इन शर्तों पर हथियार का लाइसेंस दिया गया था, लेकिन हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें बजरंगी श्यामू नाम के व्यक्ति के साथ मारपीट करता नजर आया. इस कृत्य में दो-तीन अन्य व्यक्ति भी शामिल थे.'

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उन्होंने बताया कि वीडियो उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया जिसके बाद बजरंगी को उसका हथियार लाइसेंस रद्द करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. 3 अप्रैल को सारण पुलिस स्टेशन में बजरंगी और उसके सहयोगियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (चोट पहुंचाना), 341 (गलत तरीके से कैद करना), 506 (आपराधिक धमकी), 34 (सामान्य इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी. पुलिस के अनुसार, रविवार रात गिरफ्तार किए गए बजरंगी को सोमवार सुबह जमानत मिल गई. उसने कोर्ट में शपथ पत्र देकर जांच में सहयोग करने और भविष्य में ऐसी किसी भी घटना में शामिल नहीं होने का आश्वसन दिया.

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सारण पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) इंस्पेक्टर संग्राम दहिया ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस बजरंगी पर नजर रखेगी. अधिकारी ने कहा, अगर वह किसी अप्रिय घटना में शामिल पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार किया जा सकता है. दहिया ने कहा, 'बजरंगी की सुरक्षा में तैनात गनमैन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई और सेवा से बर्खास्तगी की सिफारिश उच्च अधिकारियों से की गई है. साइबर पुलिस टीम बजरंगी के सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार नजर रख रही है.' बिट्टू बजरंगी ने अपनी भाई की मौत के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त थी, जिसके बाद पुलिस ने उसकी सुरक्षा में एक गनमैन तैनात किया था.
 

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