चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं. इस चुनाव में हरियाणा के नतीजे बेहद चौंकाने वाले रहे. यहां कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा. कांग्रेस को ये झटका राहुल गांधी के बेहद करीबी कहे जाने वाले कुलदीप बिश्नोई ने दिया. उनका बगावती तेवर कांग्रेस को ऐसा भारी पड़ा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के जाने-माने नेता अजय माकन चुनाव हार गए. माकन को कड़े मुकाबले में बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने मात दी.
रिटर्निंग ऑफिसर आरके नंदल ने बताया कि कृष्ण लाल पंवार को 36 वोट मिले, जबकि कार्तिकेय शर्मा को 23 पहली वरीयता के वोट मिले और 6.6 बीजेपी से ट्रांसफर हो गए, जिससे उनकी संख्या 29.6 हो गई. वहीं, माकन को 29 वोट मिले, लेकिन दूसरी वरीयता के वोट नहीं मिलने के कारण वो हार गए.
दरअसल, राज्यसभा चुनाव में एक वोट 100 के बराबर माना जाता है. हरियाणा में कुल 90 विधायकों में से 89 ने वोट डाला था, जबकि निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने मतदान नहीं किया था. चुनाव आयोग ने कांग्रेस का एक वोट रद्द कर दिया था. इसलिए यहां 88 वोट बचे थे, यानी 8800 वोट.
जीत के लिए 8800/3+1 यानी 2934 वोट चाहिए थे. बीजेपी के कृष्णलाल पंवार की जीत के बाद 66 वोट बच गए, जो कार्तिकेय को ट्रांसफर कर दिए गए. कार्तिकेय शर्मा और अजय माकन को 29-29 (2900-2900) वोट मिले थे. यहां तक दोनों बराबर थे, लेकिन भाजपा के 66 वोट मिल जाने के बाद कार्तिकेय के वोट 2966 हो गए और उनकी जीत हो गई. कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग और एक वोट अवैध होने के कारण ये पूरी बाजी पलट गई.
ऐसे समझें वोटों का गणित
- राज्य सभा में एक वोट की वैल्यू 100 अंक के बराबर होती है
- हरियाणा में कुल 90 विधायक
- एक विधायक ने नहीं किया वोट
- एक वोट हो गया अवैध
- अब वोट 88 बचे
- कुल वोट की वैल्यू बची 8800
- 2 सीट के लिए चुनाव हुए
- 3 उम्मीदवार मैदान में थे
- 8800/3=2934 ये जीत के लिए प्रत्याशी को चाहिए.
- कार्तिकेय शर्मा को 2966 वोट मिले.
- अजय माकन को मिले 2900 वोट.
निर्दलीय विधायक ने नहीं दिया वोट
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 जून को सुबह नौ बजे मतदान शुरू होने के तुरंत बाद सबसे पहले वोट डालने वालों में कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई शामिल थे, जबकि उनकी पार्टी के अधिकांश विधायक दिन में बाद में दिल्ली होते हुए रायपुर से यहां पहुंचे. बिश्नोई गुरुवार शाम दिल्ली से यहां पहुंचे. वो उन कांग्रेस विधायकों में से नहीं थे जो रायपुर के रिसॉर्ट में ठहरे थे.
कांग्रेस ने अपने विधायकों के अवैध शिकार के डर से एक सप्ताह पहले अपने विधायकों को रायपुर स्थानांतरित कर दिया था. कई मुद्दों पर भाजपा सरकार के खिलाफ मुखर रहे निर्दलीय विधायक कुंडू अपने फैसले पर अड़े रहे. गृह मंत्री अनिल विज और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने उन्हें मनाने के लिए उनके घर का दौरा किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. कुंडू ने माकन को ''बाहरी व्यक्ति'' उतारने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा था.
कांग्रेस के पास जीतने के लिए नंबर तो पूरे थे..
बीजेपी और जेजेपी के साथ सरकार को समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायक को जोड़ लें तो कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में 27 वोट हो रहे थे, जिन्हें जीतने के लिए 3 अतिरिक्त वोट की जरूरत थी. कांग्रेस के पास जीतने के लिए नंबर तो पूरे थे, लेकिन कुलदीप बिश्नोई नाराज थे. जबकि कांग्रेस विधायक कुलदीप शर्मा, कार्तिकेय शर्मा के ससुर हैं. इससे भी माकन का मामला खराब हो गया. हरियाणा के राज्यसभा चुनाव में एक सीट जीतने के लिए 31 वोटों की जरूरत थी और कांग्रेस के 31 विधायक थे.
आधी रात चला जोरदार सियासी ड्रामा
नतीजे से पहले शुक्रवार-शनिवार की आधी रात जोरदार सियासी ड्रामा चला. काउंटिंग के बाद पहले कांग्रेस ने ऐलान कर दिया कि अजय माकन जीत गए हैं. लेकिन उसके बाद वोटों की दोबारा से गिनती की गई तो उसमें अजय माकन हार गए. हरियाणा कांग्रेस ने पहले अजय माकन की जीत की खुशी में ट्वीट भी किया था, लेकिन बाद में उसे डिलिट कर दिया.
फाइनल नतीजे के बाद पार्टी ने कहा कि उसके एक विधायक ने क्रॉस वोट किया, जबकि एक विधायक के वोट को अवैध घोषित कर दिया गया, जिससे माकन की हार हुई. कांग्रेस विधायक और पार्टी के अधिकृत पोलिंग एजेंट बीबी बत्रा ने कहा कि पार्टी के एक विधायक का वोट अवैध घोषित कर दिया गया था. विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कार्तिकेय शर्मा के लिए क्रॉस वोट किया.
बिश्नोई ने अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट दिया: खट्टर
वहीं, कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई द्वारा बीजेपी समर्थित उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को वोट देने के सवाल पर खट्टर ने कहा, "उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनकर वोट दिया." यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी के दरवाजे उनके लिए खुले हैं तो उन्होंने कहा, "अगर वो शामिल होते हैं तो पार्टी उनका स्वागत करेगी." मतगणना की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर खट्टर ने कहा कि कांग्रेस ने दोबारा मतगणना की मांग की थी और भाजपा और जेजेपी ने कोई आपत्ति नहीं की.