योग गुरु रामदेव ने हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री पद की पेशकश को ठुकरा दिया है. रामदेव ने कहा कि वह बाबा हैं और बाबा ही बने रहना चाहते हैं.
सोनीपत में एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में रामदेव ने कहा, 'मुझे मंत्रीपद नहीं चाहिए. मैं बाबा हूं और बाबा ही रहना चाहता हूं.'
मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के स्वास्थ्य और खेल मंत्री अनिल विज भी कार्यक्रम के दौरान मंच पर मौजूद थे. गौरतलब है कि मंगलवार को ही आधिकारिक रूप से रामदेव को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाना था. मंत्री पद मिलने के बाद रामदेव को सरकारी खर्च पर बंगला, लाल बत्ती की गाड़ी, सुरक्षा और तनख्वाह जैसी सुविधाएं मिलती.
गौरतलब है कि रामदेव को हरियाणा सरकार पहले ही राज्य में योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड अंबेसडर नियुक्त कर चुकी है. 13 अप्रैल को हरियाणा के स्वास्थ्य और खेल मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर लिखा था, 'हरियाणा में योग और आयुर्वेद को प्रोत्साहन देने के लिए ब्रांड अंबेसडर बनाए गए रामदेव को कैबिनेट मंत्री के समान दर्जा दिया जाएगा.' विज ने पहले कहा था कि राज्य में एक औषधीय पौधों का वन विकसित किया जाएगा, जहां हजारों प्रजातियों की जड़ी बूटियों के पौधे रामदेव की देखरेख में उगाए जाएंगे.