हरियाणा की बहादुर बेटियों पूजा और आरती के हौसलों की तारीफ सीएम मनोहर लाल खट्टर से लेकर पूरा देश कर रहा है. गणतंत्र दिवस के मौके पर छेड़छाड़ के खिलाफ आरोपियों से सीधे लोहा लेने वाली इन बेटियों को सम्मानित भी किया जाएगा, लेकिन इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि आरोपी युवकों के गांववालों को बेटियों की इज्जत से ज्यादा लड़कों के करियर की चिंता है. लिहाजा, गांव की पंचायत समझौते का दबाव बना रही है तो गांव वाले सड़क पर उतरने की धमकी दे रहे हैं.
छेड़छाड़ की शिकार हुई लड़कियों के पिता राजेश वैरागी का कहना है कि पंचायत उन पर समझौते का दबाव बना रही है, जबकि गांव के लोग सोमवार को बड़ी तादाद में लघु सचिवालय रोहतक पहुंचे. इनके साथ तीनों युवकों की परिवार के लोग भी थे. गांव वालों का कहना है कि तीनों के खिलाफ गलत एफआईआर दर्ज करवाई गई है और मामला छेड़खानी की बजाय सीट को लेकर झगड़े का है. गांव वालों के मुताबिक, बस कंडक्टर ने लड़कों को सीट अलॉट की थी. तीनों युवक आसन गांव के रहने वाले हैं.
प्रशासन को धमकी
आसन गांव के लोगों ने जिला प्रशासन को भी 24 घंटे का अल्टिमेटम दिया है. गांव वाले तीनों युवकों की रिहाई चाहते हैं. उनका कहना है कि अगर लड़कों को छोड़ा न गया तो वे महापंचायत बुलाएंगे. इस बाबत रोहतक के एसपी को ज्ञापन भी सौंपा गया है. इस बीच हरियाणा परिवहन विभाग के डीजी ने ड्राइवर बलवान सिंह और कंडक्टर लाभ सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश जारी कर दिया है.
गौरतलब है कि चलती बस में छेड़छाड़ के आरोपी तीनों युवकों को कोर्ट ने 6 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जबकि सेना ने जवान पद के लिए उनके आवेदन को रद्द कर दिया है. तीनों मनचलों पर केस दर्ज होने के ठीक बाद सेना ने यह कदम उठाया, जबकि युवकों ने झज्जर में आयोजित लिखित परीक्षा पास कर ली है. गांव वालों का तर्क है कि अदालती कार्रवाई से युवकों का करियर बर्बाद हो जाएगा, लिहाजा केस वापस ले लिया जाना चाहिए.