संयुक्त अहीर रेजीमेंट मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव मोनू यादव पर फायरिंग का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक खेड़की दौला इलाके में मोनू को गोली मारी गई. इसमें मोनू गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस के मुताबिक ये मामला रंजिश का है. मोनू यादव और उसके गांव के ही रहने वाले नवीन के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही है. इसी के चलते ये घटना हुई है.
एजेंसी के मुताबिक करीब 10 दिन पहले एक विरोध प्रदर्शन के दौरान नवीन और उसके साथियों का मोनू यादव और उनके समर्थकों से झगड़ा हो गया था. प्रदर्शनकारी अहीर समुदाय के सदस्यों के लिए सेना में एक रेजिमेंट की मांग कर रहे हैं.
मोनू यादव के साथ मौजूद राज यादव के मुताबिक जब गुरुवार सुबह घटना हुई, तब वे स्कॉर्पियो से SPR रोड स्थित एक फार्म हाउस की ओर जा रहे थे, तभी नवीन और अन्य लोग रेंज रोवर में वहां आए. राज ने बताया कि जब उन्होंने हमें रोका, तो मोनू अपनी कार से उतर गया और भागने लगा. फिर आरोपी मोनू के पीछे भागे और कई गोलियां चलाईं. इसके बाद आरोपी फरार हो गए. मोनू ने अपने भाई को बुलाया जिसने घायल मोनू को अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने अस्पताल में मोनू यादव का बयान दर्ज किया.
मोनू यादव ने अपनी शिकायत में कहा कि नवीन ने मुझे मारने के इरादे से पीछे से गोली मारी और मेरी कमर के बाईं ओर दो गोलियां लगने से मैं घायल हो गया. नवीन और अन्य लोगों ने भी मुझे पहले जान से मारने की धमकी दी. शिकायत के बाद नवीन और अन्य के खिलाफ खेरकी दौला पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 148 (दंगे), 149, 307 (हत्या का प्रयास), 323 (चोट पहुंचाना), 427 (नुकसान पहुंचाना) के तहत FIR दर्ज की गई है.
घटना के बाद संयुक्त अहीर रेजीमेंट मोर्चा के बैनर तले बड़ी संख्या में ग्रामीण पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरना दिया. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमारी टीमें संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं.
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