'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा पूरे देश में जोरशोर से दिया जा रहा है. कोख में लिंग जांच (सेक्स डिटरमिनेशन टेस्ट) को रोकने के लिए बेशक देश में सख्त कानून लागू हों लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसा करने से बाज नहीं आ रहे. जाहिर है कि इस तरह लिंग-जांच कराने का मकसद बेटियों को जन्म से पहले ही कोख में मार देना होता है. हरियाणा के करनाल में लिंग-जांच का पूरा सेटअप पकड़ा गया है. किसी को शक न हो, इसलिए इस सेटअप को भैंसों के तबेले से चलाया जा रहा था.
छापे में पकड़ा गया सेटअप
तीन जिलों के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करनाल जिले के गगसीना गांव में छापा मारा. यहां बलकार के भैंसों के तबेले के साथ बने कमरे से ही अल्ट्रासाउंड के जरिए लिंग-जांच का पूरा गोरखधंधा चल रहा था. पुलिस के
साथ पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक महिला समेत तीन लोगों को पकड़ा. तबेले के मालिक बलकार, प्रवेश और मिडवाइफ संतरा को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि इनके दो और साथी भागने में
कामयाब हो गए जिनमें एक डॉक्टर बताया जा रहा है.
शातिर ढ़ंग से चल रहा था नेटवर्क
लिंग-जांच के लिए ये नेटवर्क पूरे शातिर ढंग से काम करता था. जिस महिला का अल्ट्रासाउंड होना होता था उसे पहले अनजान जगह बुलाया जाता था, वहीं से उसे गगसीना में भैसों के तबेले पर लाकर टेस्ट किया जाता
था.
स्वास्थ्य विभाग ने बिछाया था जाल
सोनीपत समेत हरियाणा के कई जिलो में स्वास्थ्य विभाग ने लिंग जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है. इसी के तहत बुधवार को जाल बिछाकर करनाल के गगसीना में भैसों के तबेले पर
कार्रवाई की गई. स्वास्थ्य विभाग ने लिंग जांच के नेटवर्क तक पहुंचने के लिए एक महिला को फर्जी ग्राहक के तौर पर तैयार किया. फिर एक दलाल विनोद से संपर्क कर लिंग जांच का सौदा 22,000 रुपए में तय किया
गया. विनोद महिला को घुमाता हुआ गगसीना गांव ले गया.
पुलिस ने मौके से जब्त किए उपकरण
स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस पूरी सतर्कता बरतते हुए विनोद का पीछा करती रही. फिर मौके से ही गिरोह के तीन लोगों को रंगे हाथ पकड़ा गया. हालांकि विनोद टीम को चकमा देकर भागने मे सफल रहा. छापे
में सोनीपत के डिप्टी सीएमओ डॉक्टर आदर्श शर्मा और रोहतक के डिप्टी सीएमओ डॉक्टर कुलदीप की अहम भूमिका रही. पुलिस ने मौके से अल्ट्रा साउंड के सेटअप के साथ एक आई पैड और कुछ सामान भी जब्त किया
था.
सबसे खराब लिंगानुपात के लिए जाना जाता है हरियाणा
बता दें कि हरियाणा वो राज्य है जहां 2011 की जनगणना में सबसे खराब लिंग अनुपात सामने आया था. तब यहां प्रति 1000 पुरुषों के मुकाबले 822 महिलाएं थीं. लेकिन हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के दिए आंकड़ों के
मुताबिक 2016 में ये लिंग अनुपात सुधर कर 884 हो गया है. लेकिन जिस तरह करनाल में भैंसों के तबेले में लिंग जांच का सेटअप पकड़ा गया, उससे लगता है कि भ्रूण में ही बेटियों की हत्या के पाप से अभी भी
राज्य को पूरी तरह मुक्ति नहीं मिली है.