तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लंबे समय से जारी है. कुंडली बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है. कुंडली बॉर्डर पर चंद घंटों के अंदर आंदोलनरत 2 किसानों की मौत हो गई जिसमें एक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है.
कुंडली बॉर्डर पर एक किसान की कल बुधवार को मौत हो गई थी जबकि देर रात एक और किसान की मौत हो गई. दोनों ही किसान पंजाब के रहने वाले थे. हालांकि पटियाला के रहने वाले बलवीर नाम के किसान को कोरोना वायरस पॉजिटिव बताया जा रहा है जिसकी पुष्टि सोनीपत के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर चुके हैं.
पुलिस के कहने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना का टेस्ट किया और रैपिड टेस्ट में बलबीर सिंह पॉजिटिव पाए गए, लेकिन किसान नेता इसके लिए सरकार को जिम्मेदार बता रहे हैं. किसान नेता जगजीत सिंह का कहना है कि कोरोना के नाम पर सरकार जानबूझकर किसान आंदोलन को बदनाम कर रही है. बलवीर को शुगर की बीमारी थी और शुगर की बीमारी के कारण उनकी मौत हुई है.
2 farmers died at Singhu border due to Corona. If farmers keep dying like this who will agitate? So I'd like to request to farmers, that looking at the crisis in the country, we must postpone agitation for the time being: Bhopal Singh, Bharatiya Kisan Union (Kisan Sarkar) spox pic.twitter.com/rZPYZAYbYn
— ANI (@ANI) May 20, 2021
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए पोस्टमार्टम अधिकारी डॉक्टर गिन्नी लंबा ने बताया कि हमें पुलिस ने कहा था कि शवों का कोरोना टेस्ट किया जाए, जिसमें बलवीर नाम के किसान जो कि पटियाला के रहने वाले थे, उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. रैपिड टेस्ट किया गया था जिसके बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अब किसान उसके शव को पटियाला ले जाना चाहते हैं. उसको लेकर नियम के अनुसार कार्रवाई की जा रही है.
यह सरकार की चालः किसान नेता जगजीत सिंह
पंजाब के पटियाला के रहने वाला बलवीर नाम के किसान पिछले कई दिनों से कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल थे, लेकिन उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई जिसके बाद पुलिस उनके शव को लेकर देर रात सोनीपत के सामान्य अस्पताल में पहुंची. आज सुबह भी लुधियाना के रहने वाले महेंद्र सिंह नाम के किसान की हृदय गति रुकने के चलते मौत हो गई.
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हालांकि सोनीपत के सामान्य अस्पताल में उस समय अफरा तफरी का माहौल मच गया जब पटियाला के रहने वाले मृतक किसान बलवीर सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. किसान नेता जगजीत सिंह सिविल अस्पताल पहुंचे और कहा कि सरकार किसानों के इस आंदोलन को बदनाम करना चाहती है इसलिए किसान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव लाई गई है. अभी तक हमारे 400 किसानों की शहादत इस आंदोलन में हो चुकी है लेकिन किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है. यह सरकार की चाल है कि कैसे न कैसे इस आंदोलन को बदनाम किया जाए और गांव में दहशत का माहौल लाया जाए कि किसान आंदोलन में कोरोना आ गया है.
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसएचओ राई थाना बिजेंद्र कुमार ने बताया कि किसान आंदोलन में अलग-अलग जगह दो किसानों की मौत हुई है. एक किसान पटियाला में रहने वाला बलवीर सिंह हैं तो दूसरा मृतक किसान लुधियाना का रहने वाला महेंद्र सिंह है. महेंद्र सिंह की हार्ट अटैक से मौत हुई है. अभी दोनों मामलों में पुलिस जांच कर रही है.