हरियाणा के गोहाना में मातूराम हलवाई की दुकान पर फायरिंग करने वाले हिमांशु भाऊ और साहिल रिटोली गैंग के शूटरों को मोबाइल और सिम मुहैया कराने वाले आरोपी को सोनीपत एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. एसटीएफ ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपी ने शूटरों को फर्जी आईडी पर 10 सिम मुहैया कराए थे.
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी टेकमुद्दीन उर्फ नवाब हिमांशु भाऊ और साहिल रिटोली गैंग का मुख्य सदस्य हैं. हिमांशु भाऊ और साहिल रिटोली अमेरिका में बैठकर उत्तर भारत में गैंग चलाते हैं. मातूराम हलवाई की दुकान पर फायरिंग करने वाले तीनों शूटरों को सोनीपत एसटीएफ और क्राइम ब्रांच दिल्ली ने एनकाउंटर में पहले ही मार गिराया था. वहीं, इस मामले में अब तक 18 बदमाशों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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लेटर में दो करोड़ रुपए की मांगी फिरौती
दरअसल, हरियाणा के सोनीपत में 21 जनवरी की सुबह मशहूर जलेबी बनाने वाले हलवाई मातूराम की दुकान पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने 30 से 40 राउंड फायर कर दी थी. इसके बाद एक पर्ची फेंक कर फरार हो गए. फिरौती वाली लेटर में दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई थी. बदमाशों की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी. इसके आधार पर हरियाणा पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की.
फिरौती की जिम्मेवारी भाऊ गैंग ने ली
वहीं, सोशल मीडिया पर फायरिंग और दो करोड़ फिरौती की जिम्मेवारी भाऊ गैंग ने ली थी. फायरिंग के बाद गैंग ने दुकान के मालिक को धमकी भरा फोन किया. उसमें कहा गया था कि काम करना है, तो पैसे तैयार रखना. नहीं तो अंजाम देख लेना. हालांकि, फायरिंग के बाद गोहाना व्यापारी वर्ग में पूरी तरह से दहशत का माहौल हो गया था.