दिल्ली के तिहाड़ जेल में चौटाला के समर्थकों ने अपने नेता की गिरफ्तारी के विरोध में हंगामा करना शुरू कर दिया है.
बुधवार को ही दिल्ली के रोहिणी कोर्ट ने 3000 हजार अवैध शिक्षकों की भर्ती के आरोप में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और 53 अन्य को दोषी ठहराया. चौटाला को अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद गिरफ्तार कर तिहाड़ भेज दिया गया था.
दिल्ली के रोहिणी में सीबीआई कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है. इस फैसले के बाद चौटाला को हिरासत में ले लिया गया है. इस मामले में 22 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी.
ये घोटाला 1999 से 2000 के बीच का है जिसमें 3 हज़ार से ज़्यादा शिक्षकों की भर्ती की गई थी. शिक्षा विभाग के ही एक आईएस अफ़सर संजीव कुमार ने इस केस में विशिल ब्लोअर का काम किया और सुप्रीम कोर्ट ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी.
जेबीटी भर्ती में ओम प्रकाश चौटाला पर लिस्ट बदलवाने का आरोप था, जो अदालत में साबित हो गया. इस केस में कुल 148 सरकारी गवाह थे जिनमें से 67 की गवाही अदालत में हुई. जिरह के दौरान ये बात साबित हुई कि जेबीटी भर्ती में नौकरी पाने वाले हर शख्स से 3 से 5 लाख रुपये की रिश्वत ली गई थी.