कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ जमीन घोटाले में सुरेंद्र शर्मा नाम के शख्स ने एफआईआर दर्ज करवाई है. सुरेंद्र हरियाणा और राजस्थान के बार्डर पर बसे गांव राठीवास के रहने वाले हैं. यह गांव नूंह जिले में आता है. राठीवास राजपूतों का गांव है.
सुरेंद्र शर्मा एफआईआर दर्ज होने के एक दिन पहले से ही गायब हैं, सुरेंद्र के पिता सोहन शर्मा पूर्व ग्राम पंचायत के मुखिया रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता कि बेटा कहां गया है और ना ही सुरेंद्र की मां को पता है. सुरेंद्र ने जो एफआईआर में अपना नंबर लिखवाया है वो भी बंद है.
सुरेंद्र के पिता के मुताबिक सुरेंद्र प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी देखता है. गांव वालों ने बताया कि उसके कुछ सांसदों और कैबिनेट स्तर के मंत्रियों के साथ करीबी संबंध भी हैं. सुरेंद्र फार्मेसी का कोर्स भी कर चुका है. 7 साल पहले सुरेंद्र के भाई की गांव में चुनावी रंजिश में हत्या हो गई थी.
पहले पुलिस ने नहीं सुनी थी शिकायत
एक हाई प्रोफाइल मामले में एफआईआर दर्ज करवा कर सुरेंद्र ने हरियाणा ही नहीं केंद्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है. जमीन घोटाले में एफआईआर दर्ज कर राजनीति में नए सिरे से भूचाल लाने वाले सुरेंद्र शर्मा ने आज तक से बातचीत में दावा किया, 'जब मैं एफआईआर दर्ज करवाने गए तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया था, लेकिन मैंने जब सबूत पेश किया तो एफआईआर दर्ज करनी पड़ी. पुलिस ने मुझसे दावा किया है की वो तमाम आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेगी.'
बता दें की एफआईआर दर्ज करवाने के बाद से ही सुरेंद्र शर्मा अपना फोन बंद करके गायब हैं. खास बातचीत में शर्मा ने दावा किया कि रविवार को गुरूग्राम पुलिस ने उनका बयान दर्ज किया. वो जांच से संतुष्ट हैं और पुलिस ने एफआईआर पर एक्शन का उनसे वादा किया है.
सुरेंद्र बोले- मुझे किसी से डर नहीं
शर्मा का दावा है कि भूमि घोटाले में उनके पास रॉबर्ट वाड्रा और भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ नए सबूत हैं, जो उन्होंने ने गुरुग्राम पुलिस को दिए हैं. शर्मा का दावा है, 'मेरा बीजेपी या किसी और पार्टी से लेना देना नहीं है. मैं समाजसेवी हूं. पिछली सरकारों में जमकर जमीन घोटाला हुआ लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. पहले भी ये मामला उठा था लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ इसलिए मैंने शिकायत की. सबूत पुलिस को दे दिए, पुलिस को करनी जांच चाहिए, मुझे किसी से कोई डर नहीं है.'
सीएम खट्टर बोले- होगी कड़ी कार्रवाई
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि भूमि सौदे में कथित अनियमितता मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ दर्ज मामले की कड़ाई से जांच की जाएगी. मुख्यमंत्री ने इस मामले में बदले की भावना से कार्रवाई करने से इनकार किया और कहा कि भाजपा सरकार जिस दिन से सत्ता में आई है तब से वह भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
मानेसर के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार ने बताया था कि हुड्डा, वाड्रा और दो कंपनियों - डीएलएफ तथा ओंकारेश्चर प्रॉपर्टीज के खिलाफ गुड़गांव के खेडकी दौला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है. नूंह निवासी सुरिंदर शर्मा की ओर से शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया.
प्राथमिकी में कहा गया था कि वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने गुड़गांव के सेक्टर 83 में 3.5 एकड़ जमीन ओंकरेश्वर प्रॉपर्टीज से वर्ष 2008 में 7.50 करोड़ रुपए में खरीदी थी. हुड्डा उस वक्त मुख्यमंत्री थे. बाद में स्काईलाइट कंपनी ने हुड्डा के प्रभाव से जमीन का कमर्शियल लाइसेंस ले लिया और इस जमीन को रियेल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ को 58 करोड़ रू में बेच दिया.