हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साफ कहा है कि जाट आंदोलन के दौरान हिंसा और कथित तौर पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने लोगों से इस घटना की सूचना साझा करने के लिए भी कहा. रविवार को जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि कुछ ‘उपद्रवी तत्वों’ ने कानून अपने हाथ में लेकर लूटपाट और आगजनी का अपराध किया है. उन्होंने राज्य की शांति भंग की है.
लोगों से घटना की सूचना या सबूत देने की अपील
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की घटना में शामिल हरेक शख्स की पहचान करके उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’’ खट्टर ने कहा कि गवाहों और ऑडियो-वीडियो फुटेज के जरिए इस घटना में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. लोगों के पास अगर इससे संबंधित कोई सूचना है, तो उन्हें आगे आकर यह सूचना सरकार को देनी चाहिए.
मुरथल की खबर पर सरकार ने उठाए कदम
उन्होंने कहा कि घटना के दौरान क्षतिग्रस्त रिहाइशी या व्यावसायिक संपत्तियों के नुकसान का राज्य सरकार मुआवजा देगी. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार सोनीपत के मुरथल में विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं के साथ अभद्रता की खबरों पर कड़े कदम उठा रही है.’’
तीन वरिष्ठ महिला अधिकारियों की जांच समिति
खट्टर ने कहा, ‘‘तीन वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारियों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है. कोई भी व्यक्ति इस घटना से संबंधित सूचना या सबूत को टेलीफोन, चिट्ठी या ऑनलाइन माध्यम से पुलिस के साथ साझा कर सकता है. अगर इस प्रकार की कोई दुखद घटना हुई है, तो अपराधियों को दंडित किया जाएगा.’’