दिल्ली से फरीदाबाद में एक पंचायत ने बेतुका फैसला लिया है. नाबालिग का गैंगरेप करने वालों को सजा के तौर पर बस पांच जूते खाने होंगे और 50 हजार की मामूली सी रकम चुकानी होगी.
दरअसल, गांव के दो लोगों पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर एक नाबालिग लड़की का रेप किया. पीड़िता उनके पड़ोस वाले घर में रहती थी और उनके घर पानी भरने आई थी. इसी दौरान दोनों ने बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना लिया.
मामला जब पंचायत में पहुंचा तो दोनों शख्स को मामूली सी सजा देकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की गई. पीड़ित पक्ष की शिकायत के बाद अब मामला पुलिस के हाथ में है. थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस दोनों आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रही है. क्या पंचायत द्वारा क्रिमिनल केस पर सुनवाई पर रोक लगनी चाहिए?