हरियाणा सरकार के मंत्रियों को जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा और लूटपाट के बाद लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है. इस बार पीड़ित लोगों ने दिलासा देने पहुंचे प्रदेश के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ पर नाराजगी निकाली. झज्जर में लोगों के बीच पहुंचे धनखड़ को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा. लोगों ने उन्हें कहा कि आपसे किसी मदद की न कोई उम्मीद है और न किसी तरह की जरूरत.
धनखड़ के लिए नहीं खुला कोई दरवाजा
खट्टर सरकार के कैबिनेट मंत्री धनखड़ लूटपाट और हिंसा के पीड़ित ग्रामीणों के घर पहुंचे थे. उनसे मिलने से लोगों ने इनकार कर दिया. एएनआई पर शेयर एक वीडियों में साफ दिखता है कि एक घर के सामने पहुंचे धनखड़ से मिलने के लिए कोई बाहर नहीं निकलता. उनके लिए कोई अपना दरवाजा नहीं खोलता. एक महिला ने तो धनखड़ से सवाल कर दिया कि जब गोलियां चल रही थी तब आप और आपकी सरकार कहां थी.
WATCH: Haryana Min OP Dhankar sent back by locals in Jhajjar whr he went to meet those affected during #JatQuotaStirhttps://t.co/9oIlyyK20l
— ANI (@ANI_news) February 28, 2016
लोगों ने पूछा- जब गोलियां चल रही थी तब कहां थे?
धनखड़ और उनके समर्थकों की ओर से दंगाई पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ितों की मदद का भरोसा दिए जाने का कोई असर लोगों पर नहीं पड़ता. सरकार से नाराज लोग उन्हें वापस चले जाने के लिए कहते हैं. लोग उनसे कहते हैं कि दंगाइयों का आप कुछ नहीं बिगाड़ने वाले. हमारा हालचाल लेने क्यों आए हैं? हमें आपसे कोई मदद नहीं चाहिए.
हमें हमारे हाल पर छोड़ दीजिए
इसके बाद धनखड़ दूसरे घर पर पहुंचे तो वहां भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला. पीड़ितों ने उन्हें दूर से ही नमस्कार कर लिया. खट्टर सरकार से गुस्साए लोगों ने कहा कि हमें हमारे हाल पर छोड़ दीजिए. बस आप यहां से चले जाइए. बुजुर्गों ने उनसे कहा कि अपना हाल हम आपको क्यों सुनाएं.