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दिल्ली में हिंसा के बाद रोहतक में अलर्ट, सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द

रोहतक में अलर्ट के चलते जिला के सभी अधिकारियों का तुरंत प्रभाव से अवकाश रद्द कर दिया गया है. इसी के साथ एसडीएम, तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को हेडक्वार्टर न छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं. उपायुक्त ने जिले के चप्पे-चप्पे पर विशेष निगरानी करने का आदेश दिया है.

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दिल्ली में हिंसा के बाद रोहतक में अलर्ट जारी (फोटो-ANI)
दिल्ली में हिंसा के बाद रोहतक में अलर्ट जारी (फोटो-ANI)

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  • अधिकारियों को हेडक्वार्टर न छोड़ने के निर्देश
  • उपायुक्त का चप्पे-चप्पे पर निगरानी का आदेश

दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी हिंसा का असर हरियाणा के रोहतक में भी देखने को मिल रहा है. पूर्वोत्तर दिल्ली के कई इलाकों में सोमवार को हिंसा भड़कने के बाद रोहतक के उपायुक्त ने अलर्ट जारी किया है. कोई अप्रिय घटना ने हो, इसके लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. एहतियात के तौर पर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. रोहतक पुलिस हर एक गतिविधि पर गंभीरता से निगरानी रख रही है.

रोहतक में अलर्ट के चलते जिला के सभी अधिकारियों का तुरंत प्रभाव से अवकाश रद्द कर दिया गया है. इसी के साथ एसडीएम, तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को हेडक्वार्टर न छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं. उपायुक्त ने जिले के चप्पे-चप्पे पर विशेष निगरानी रखने का आदेश दिया है.

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ये भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा: पथराव में घायल शाहदरा DCP की हालत गंभीर, नहीं आया होश

बता दें, उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में सोमवार को हुई हिंसा में 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. घायलों में डीसीपी शाहदरा सहित 8 पुलिस वाले भी हैं. इन सभी का दिल्ली के गुरु तेग बहादुर और मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा है. सोमवार दोपहर बाद जख्मी हुए शाहदरा जिले के डीसीपी अमित शर्मा सहित 8 पुलिसवालों को पूर्वी दिल्ली जिले के पटपड़गंज इलाके में मौजूद मैक्स अस्पताल में दाखिल कराया गया है, जबकि झड़प में जख्मी 50 से ज्यादा लोगों के जीटीबी अस्पताल में दाखिल कराया गया. जीटीबी अस्पताल में दाखिल लोगों में ज्यादातर हिंसा से जुड़े या फिर बेकसूर हैं.

पिछले साल दिसंबर में सीएए विरोधी हिंसा भड़कने के बाद रोहतक में कई लोग सड़कों पर उतर आए थे. जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ भी छात्र संगठनों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया था. इन छात्रों ने जामिया के समर्थन में सीएए के खिलाफ अपना समर्थन जाहिर किया था. दिल्ली में छात्रों के खिलाफ कार्रवाई हुई कार्रवाई को लेकर रोहतक के एक स्थानीय यूनिवर्सिटी के छात्रों ने शांतिपूर्ण मार्च निकाला और सीएए व एनआरसी वापस लेने की मांग की. छात्रों का आरोप था कि केंद्र सरकार अलग-अलग यूनिवर्सिटी में छात्रों की आवाज दबाना चाहती है. सोमवार को दिल्ली में भड़की हिंसा का असर रोहतक में न दिखे, इसके लिए पुलिस ने चौकसी बढ़ाई है और अलर्ट जारी किया है.

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उधर दिल्ली में जाफराबाद, मौजपुर, गोकुलपुरी, करावल नगर आदि इलाकों में हुई हिंसा का सबसे बुरा असर इन इलाकों के स्कूलों पर पड़ा है. बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने भी अब इन इलाकों के स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने की मांग की है. 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के अलावा 11वीं तक की स्कूल में होने वाली परीक्षाएं फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं.

दिल्ली हिंसा को देखते हुए महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय ने भी अलर्ट जारी किया है. गृह मंत्रालय ने मुंबई में विशेष निगरानी का आदेश दिया है. कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रदेश की पुलिस ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं. आजाद मैदान के अलावा मुंबई की किसी भी जगह पर विरोध प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जाएगी.

(एजेंसी से इनपुट)

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