16 दिसंबर 2012 के दिल्ली गैंगरेप के मामले में भले ही चारों आरोपियों को फांसी की सजा सुना दी गई हो. लेकिन अपराधियों के हौसले अब भी बुलंद हैं. हाल के दिनों में दिल्ली एनसीआर में महिलाओं के खिलाफ अपराध और खासकर गैंगरेप के मामलों में जबरदस्त इजाफा हुआ है. ताजा गैंगरेप का मामला साइबर सिटी कहे जाने वाले गुड़गांव में सामने आया है.
दिल्ली से सटे गुड़गांव में एक महिला ने आरोप लगाया है कि तीन लोगों ने नौकरी दिलाने के बहाने उसके साथ गैंगरेप किया. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल उडी़सा की रहने वाली 30 साल की महिला का आरोप है कि तीनों आरोपियों ने कोल्ड्रिंक में शराब मिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया.
पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि गुरुवार सुबह करीब 6 बजे एक सिक्योरिटी कम्पनी में बतौर सुपरवाइजर तैनात सुरेन्द्र उसे नौकरी लगवाने के लिए घर से ले गया. महिला से पूरे दिन एक कम्पनी में बतौर सिक्योरिटी गार्ड ड्यूटी करवाई, उसके बाद शाम को सुरेन्द्र पैसे दिलवाने के लिए गुड़गांव के ही मानेसर इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत में ले गया. यहां पर पहले से ही विनोद और दीपक नाम के दो लोग मौजूद थे.
पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि निर्माणाधीन इमारत में आरोपियों ने पहले उसे कोल्ड्रिंक में शराब मिलाकर पिलाई और बाद में बारी-बारी से रेप किया. आरोपियों ने देर रात महिला को खेडकी दौला इलाके में जहां महिला किराए पर रहती है वहां छोड दिया. महिला ने अपने पति को सारी आपबीती सुनाई, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर गैंगरेप का मामला दर्ज कर लिया है और महिला का मेडिकल चेकअप कराया गया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हो गई.
पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी सुरेन्द्र पीड़ित महिला के पति का जानकार है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को फरार होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया. आरोपी विनोद फील्ड ब्वॉय का काम करता है, जबकि आरोपी दीपक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है. गुड़गांव पुलिस तीनों आरोपियों को शनिवार को जिला न्यायालय में पेश करेगी.