एक मां गरीबी के चलते इतनी मजबूर हो गई कि उसने अपनी कोख में पल रहे बच्चे की ही बोली लगा दी है. आठ महीने की गर्भवती अपनी गरीबी मिटाने और अपने तीन बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अपने चौथे और अजन्मे बच्चे को बेच देना चाहती है. इसके लिए उसने बाकायदा अखबार में विज्ञापन दिया. इसके बाद कई कॉल्स आईं और 4 लाख रुपये तक बोली लग भी गई, लेकिन वह 6 लाख रुपये चाहती है.
महिला का कहना है कि उस पर काफी कर्ज है. वह पूरा कर्ज उतारकर अपने बच्चों का भविष्य अच्छा करने के लिए यह कदम उठा रही है. मामला हरियाणा के यमुनानगर का है.
यमुनानगर के कस्बे बूडियां की रहने वाली यह औरत मासूम की बोली लगाने को मजबूर है. अखबार में दिये एक विज्ञापन के बाद इस बदनसीब मां के अजन्मे बच्चे की बोली लगाने वालों के फोन आने शुरू हो गये हैं. जिस नन्ही जान ने अभी इस दुनिया में कदम भी नहीं रखा है, उसके लिए मोल-भाव होने शुरू हो गये हैं. अपने मां-बाप से लिए कर्ज को उतारने के लिए यह मां अपनी कोख का सौदा कर रही है.
आलम यह है कि इस औरत के परिवार के लोग और रिश्तेदार इसलिए बोलना भी बंद कर चुके हैं क्योंकि उसका बाल-बाल कर्जे में डूबा है. महिला के पास पहले तीन लड़के हैं. उन तीनों के लालन-पालन और पढ़ाई में उठाया गया कर्जा उतारने के लिए उसे अपने चौथे बच्चे को बेचने के अलावा कोई चारा नजर नहीं आ रहा.
इस अजन्मे बच्चे को लेने वालों की भी कमी नहीं है. इस औरत की मानें तो उसके पास लगभग 500 फोन कॉल आ चुके हैं. अबतक इसके बच्चे की बोली 3 से चार लाख रुपयों तक गई है, मगर इसे अपनी गरीबी हटाने के लिए 6 लाख रुपये की जरूरत है.
हालांकि इस औरत का पंजाब के बठिंडा में एक व्यक्ति से छह लाख रुपयों में सौदा भी हो तय हो गया था, लेकिन उसने कुछ दिन तो इससे बात की, लेकिन बाद में उसे शक हो गया कि कहीं वह चोरी का बच्चा तो नहीं बेच रही. सोनू नामक उस युवक ने इस महिला की शिकायत पुलिस को भी की.
तीन बच्चों की मां को पुलिस से हुई शिकायत से कोई फर्क नहीं पड़ता. उसका कहना है कि वह अपनी कोख में पल रहे बच्चे को बेच रही है, कोई अपराध नहीं कर रही. उसने कहा कि यह अपने तीनों बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपने छोटे अजन्मे बच्चे को बेच रही है.