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Himachal Pradesh: हिमाचल के 'द्वार' पर कांग्रेस की अंदरूनी रार, PCC चीफ बदलने की तैयारी

Assembly Election in Himachal Pradesh 2022: हिमाचल प्रदेश में चुनावी साल होने के कारण राजनीतिक उथल-पुथल पढ़ गई है. राज्य में पैर जमा रही आम आदमी पार्टी ने राजनीतिक दलों के कान खड़े कर दिए हैं. वहीं, कांग्रेस गुटबाजी को दूर करने की कोशिश में लगी हुई है.

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हिमाचल का द्वार माने जाने वाले परवाणू में कांग्रेस का पोस्टर.
हिमाचल का द्वार माने जाने वाले परवाणू में कांग्रेस का पोस्टर.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए 3 नाम सबसे ज्यादा चर्चा में
  • प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम की चर्चा
  • आसानी से पद नहीं छोड़ने वाले उपचुनाव में जीत दिलाने वाले कुलदीप

हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों ने विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस ली है. इस साल के अंत में राज्य में चुनाव होने के आसार हैं. इस बीच एक बार फिर कांग्रेस में गुटबाजी थमती नहीं दिखाई दे रही है. चुनावी साल में गुटबाजी ने पार्टी हाईकमान की फिक्र बढ़ा दी है. विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी का जनाधार बढ़ने से भी नेताओं की चिंता बढ़ गई. कांग्रेस के नेताओं पर आप का डोरे डालना भी कांग्रेस के लिए खतरे का संकेत है.

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बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान पार्टी में गुटबाजी रोकने में नाकाम नेताओं से खफा है. कांग्रेस अब हिमाचल प्रदेश के पदाधिकारियों को बदलने की तैयारी भी कर रही है. पार्टी राज्य में विपक्ष के उप नेता और राज्य कांग्रेस इकाई के मुखिया के लिए चेहरे की तलाश कर रही रही है. राज्य कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम की चर्चा है.

आसानी से पद नहीं छोड़ना चाहते कुलदीप

पार्टी में राजनीतिक उठापटक के बीच मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर और उनके करीबी आसानी से पद छोड़ने को तैयार नहीं हैं. इसका कारण राठौर के नेतृत्व में पार्टी का विधानसभा और लोकसभा उप चुनाव जीतना है. जबकि, राठौर विरोधी खेमा आम आदमी पार्टी के संभावित राजनीतिक खतरे को आधार बनाकर नए अध्यक्ष की ताजपोशी चाहता है.

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होर्डिंग के जरिए लॉबिंग की कोशिश!

कांग्रेस हाईकमान पिछले महीने ही इस बात के संकेत दे चुका है कि अगर प्रदेश का मौजूदा नेतृत्व गुटबाजी रोकने में नाकाम रहा तो मजबूरन पुराने नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती मुख्यमंत्री के चेहरे की तलाश करना है. मौजूदा नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और उनके समर्थक उन्हें होर्डिंग्स के जरिए मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करवाने पर दबाव बना रहे हैं.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की फोटो होर्डिंग से गायब

अहम पदों के लिए बाकायदा लॉबिंग भी की जा रही है. राज्य के प्रवेश द्वार परवाणू में ऐसे कई होर्डिंग्स लगाए गए हैं जिनके जरिए नेता खुद को पार्टी का सरपरस्त साबित करने में लगे हुए हैं. मुकेश अग्निहोत्री के समर्थकों ने तो भाजपा की होर्डिंग पर ही अपने होर्डिंग चस्पा कर दिए हैं. इस होर्डिंग में हिमाचल कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष कुलदीप राठौर की तस्वीर नहीं है.

नेतृत्व परिवर्तन की जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष की- शुक्ला

बता दें कि हिमाचल के मामलों में प्रभारी राजीव शुक्ला ने पिछले दिनों शिमला में कहा था कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की है. हालांकि, उन्होंने आम आदमी पार्टी को सिर्फ एक स्पॉयलर बताया था. लेकिन राज्य के बाकी नेता सोनिया गांधी से मिलकर राज्य की सियासत में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी को एक बड़ी चुनौती बताया था. पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस हाईकमान कभी भी नेतृत्व परिवर्तन करते हुए राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और दूसरे पदाधिकारियों के नाम की घोषणा कर सकता है.

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