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Himachal Pradesh Election: कौन हैं 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में पहुंचने वाली एकमात्र महिला विधायक

हिमाचल प्रदेश चुनावों में इस बार बीजेपी ने 6, आम आदमी पार्टी ने 5 और कांग्रेस ने 3 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जिनमें से बीजेपी की उम्मीदवार रीना कश्यप की चुनाव जीत पाईं. रीना कश्यप ने साल 2021 में एससी आरक्षित सीट पच्छाद से उपचुनाव भी जीता था.

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बीजेपी विधायक रीना कश्यप (फोटो- ट्विटर)
बीजेपी विधायक रीना कश्यप (फोटो- ट्विटर)

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में 40 सीटें जीतकर कांग्रेस ने सरकार बना ली है. वहीं बीजेपी को 25 सीटों पर संतोष करना पड़ा है, लेकिन गौर करने वाली बात है कि 68 सदस्यीय विधानसभा में केवल एक महिला विधायक हैं. प्रदेश में बीते 12 नवंबर को हुए चुनावों में 24 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं, लेकिन इनमें से सिर्फ एक ने ही जीत दर्ज की. 

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राजनीतिक दलों द्वारा महिला उम्मीदवारों को दिए गए टिकट की बात करें तो बीजेपी ने 6, आम आदमी पार्टी ने 5 और कांग्रेस ने 3 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जिनमें से बीजेपी की उम्मीदवार रीना कश्यप की चुनाव जीत पाईं. रीना कश्यप ने साल 2021 में एससी आरक्षित सीट पच्छाद से उपचुनाव जीता था और अपनी सीट को बचाए रखने में कामयाब रहीं.  

रीना ने दयाल प्यारी को हराया 

बीजेपी उम्मीदवार रीना कश्यप ने कांग्रेस प्रत्याशी दयाल प्यारी को 3857 वोटों से हराया. रीना कश्यप को जहां 21,215 वोट मिले तो वहीं दयाल प्यारी को 17,358 वोट मिले थे. अगर वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी 34.52 फीसदी और कांग्रेस को 28.25 फीसदी वोट मिला है.  

2017 में जीती थीं 4 महिला विधायक 

इससे पहले साल 2017 में चार महिला उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत दर्ज की थी. अगर इस बार चुनाव हारने वाली सीनियर महिला उम्मीदवारों की बात करें तो बीजेपी सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री और कांगड़ा के शाहपुर से चार बार  विधायक रहीं सरवीन चौधरी, कांग्रेस की सीनियर नेता, मुख्यमंत्री पद की दावेदार और डलहौजी से छह बार की विधायक आशा कुमारी, इंदौरा से बीजेपी विधायक रीता धीमान और मंडी से कांग्रेस की दिग्गज नेता कौल सिंह की बेटी चंपा ठाकुर अपनी सीटें नहीं बचा पाईं.  

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तीन निर्वाचन क्षेत्रों में पुरुषों से अधिक महिलाएं वोट देने की पात्र 

हिमाचल प्रदेश में कुल मतदाताओं में करीब 49 फीसदी महिलाएं हैं. तीन निर्वाचन क्षेत्रों में - जयसिंहपुर (एससी), भोरंज (एससी) और जुब्बल-कोटखाई - पुरुषों की तुलना में अधिक महिलाएं वोट देने की पात्र हैं. 19 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में, पात्र पुरुष और महिला मतदाताओं के बीच का अंतर 1,000 से कम है. 

इस बार 75 फीसदी मतदान 

हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को वोटिंग हुई थी. हिमाचल में इस बार 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था. राज्य में 2017 के विधानसभा चुनावों में 75.57 प्रतिशत मतदान हुआ था. ये 2012 के विधानसभा चुनावों में 73.5 प्रतिशत मतदान से ज्यादा था. 

42 सीटों पर महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक 

हिमाचल में 12 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 75.6 फीसदी मतदान हुआ. आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य की 68 विधानसभा सीटों में से 42 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक था. जोगिंदर नगर में सबसे ज्यादा 8,189 मतदानों का अंतर था. सुलह में ये अंतर 6,276, जयसिंहपुर में 6,048, बड़सर में 6,035, भोरंज में 5,882, नादौन में 5,536 और सुजानपुर में 5,613 रहा है. 

 

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