हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी बेहिसाब संपत्ति के आरोप में फंस गए. सीबीआई ने शनिवार सुबह-सुबह शिमला में उनके निजी आवास पर छापा मारा. सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के 18 लोगों की टीम ने उनके घर में छानबीन की. हिमाचल और दिल्ली में कुल 11 जगह छापे मारे.
वीरभद्र के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत बेहिसाब संपत्ति का केस दर्ज किया गया है. शनिवार को ही उनकी बेटी की शादी भी है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इस पर अफसोस भी जाहिर किया कि बेटी की शादी थी, फिर भी छापा मारा.
A Disproportionate Assets case has also been registered under the Prevention of Corruption Act against Virbhadra Singh
— ANI (@ANI_news) September 26, 2015
कैबिनेट ने किया था बचाव
अपने सीएम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर राज्य कैबिनेट ने उनका बचाव किया था. कैबिनेट मंत्रियों ने शुक्रवार को ही कहा था कि केंद्र सरकार हिमाचल की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करना चाहती है.
आयकर धोखाधड़ी के भी आरोप
वीरभद्र पर आयकर धोखाधड़ी के भी आरोप हैं. आयकर विभाग उनके 2009 से 2012 तक संशोधित रिटर्न की जांच कर रहा है. उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में सेब के बगीचों से मोटी कमाई की है.
क्या है मामला
वीरभद्र यूपीए-2 में इस्पात मंत्री थे. इसी दौरान उन पर लगभग छह करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति बनाने के आरोप लगे थे. मामले में सीबीआई ने जून में ही वीरभद्र और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ प्रारंभिक जांच का केस दर्ज कर किया था. अब उसी की जांच के लिए छापा मारा.