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आज से हरियाणा सरकार का आत्म चिंतन शिविर, विपक्ष ने उठाए सवाल

खट्टर 15 से 17 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश के फाइव स्टार प्राइवेट रिजॉर्ट में अपने अफसरों और मंत्रियों के साथ आत्म मंथन करेंगे. इस खर्चे को लेकर विपक्ष सरकार को आड़े हाथों लेने में लगा है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस लीडर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार के इस आत्म चिंतन शिविर को सरकारी खर्च पर ऐश-परस्ती और छुट्टियां बिताना कह डाला.

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हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (फाइल फोटो)
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (फाइल फोटो)

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हरियाणा सरकार के शाही आत्मचिंतन शिविर को लेकर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं. विपक्ष ने सवाल किया है कि आखिरकार सरकार को आत्मचिंतन करने के लिए इतने महंगे और लक्जरी रिजॉर्ट में जाने की जरुरत क्यों पड़ी. जहां एक कमरे का किराया ही रोजाना करीब 15 हजार रुपये देना पड़ता है.

गौरतलब है कि खट्टर 15 से 17 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश के फाइव स्टार प्राइवेट रिजॉर्ट में अपने अफसरों और मंत्रियों के साथ आत्म मंथन करेंगे. इस खर्चे को लेकर विपक्ष सरकार को आड़े हाथों लेने में लगा है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस लीडर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार के इस आत्म चिंतन शिविर को सरकारी खर्च पर ऐश-परस्ती और छुट्टियां बिताना कह डाला. हुड्डा ने कहा कि आत्म चिंतन शिविर लगाने के लिए सरकार के पास और भी कई जगह हैं.

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उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेश में जाकर एक प्राइवेट फाइव स्टार लग्जरी रिजॉर्ट को आत्मचिंतन के लिए सरकारी खर्च पर हायर करना और वहां पर सरकारी खजाने से जनता के पैसे को बहाकर खट्टर सरकार कोई आत्मचिंतन नहीं करने वाली बल्कि ये सब कुछ सरकार के मंत्रियों और अफसरों की अय्याशी और छुट्टियों के लिए किया जा रहा है. हुड्डा ने कहा ये सरकार चर्चा, खर्चा और विश्राम ही करती है.

वहीं हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल ने भी सरकारी पैसे से फाइव स्टार लक्जरी रिजॉर्ट में बुलाए जा रहे इस आत्मचिंतन शिविर को सरकार के आत्म-मंथन की बजाए सरकारी खर्च पर मौज-मस्ती और छुट्टियां करार दिया. प्रवीण अत्रे ने कहा कि अगर सरकार को आत्मचिंतन करना ही है तो चंडीगढ़ के अलावा हरियाणा में और भी कई ऐसी जगह हैं, जहां ये शिविर लगाया जा सकता था. आखिरकार एक फाइव स्टार लग्जरी रिजॉर्ट को ही इस तरह के शिविर लगाने के लिए चुने जाने के पीछे सरकार की मंशा पर सवाल उठना लाज्मी है.

वहीं इस पूरे मामले पर हरियाणा सरकार के मंत्री अपनी और से सफाई देने में लगे हैं कि कई मुद्दों पर सरकार के मंत्रियों और अफसरों को आपस में बैठकर बातचीत और चिंतन करना चाहिए. हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि मौसम के हिसाब से एक ठंडी जगह पर इस आत्मचिंतन शिविर को लगाने के पीछे वजह ये हो सकती है कि एक ठंडे स्थान पर ठंडे दिमाग के साथ सरकार की नीतियों पर चर्चा की जा सके.

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अनिल विज ने दी सफाई

जब इस आत्मचिंतन शिविर के फाइव स्टार खर्चे पर अनिल विज से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस आत्मचिंतन शिविर का अप्रूवल सीएम खट्टर की तरफ से आया है और उन्हें इस शिविर में आने के लिए मैसेज सीएम ऑफिस से मिल चुका है. विज इसी बात से खुश दिखे कि इस शिविर के बहाने वो टिंबर ट्रेल जैसे फाइव स्टार लग्जरी रिजॉर्ट को देख लेंगे.

हालांकि सरकार ने चिंतन शिविर को सादा व सादगी पूर्ण दिखाने की कोशिश की है. सबको आदेश है कि परिवार को साथ लेकर नहीं जाना है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि चिंतन मंथन बीजेपी की परंपरा हैं.

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